जैसलमेर जिले में ओरण-गोचर और तालाबों व खड़ीनों को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करवाने की मांग को लेकर ओरण टीम की ओर से कलेक्ट्रेट के सामने दिया जा रहा धरना रविवार को छठे दिन भी जारी रहा।
जैसलमेर जिले में ओरण-गोचर और तालाबों व खड़ीनों को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करवाने की मांग को लेकर ओरण टीम की ओर से कलेक्ट्रेट के सामने दिया जा रहा धरना रविवार को छठे दिन भी जारी रहा। आंदोलनकारियों की ओर से निर्णय लिया गया है कि आगामी 26 सितम्बर को ओरण बचाओ जनाक्रोश रैली का आयोजन किया जाएगा। पर्यावरण प्रेमी सुमेरसिंह सांवता ने बताया कि जनाक्रोश रैली को सफल बनाने के लिए वैशाखी मठ के नारायण भारती ने जिलावासियों का आह्वान किया है। उन्होंने बताया कि कई संगठनों की ओर से ओरण-गोचर बचाने की मुहिम को भरपूर समर्थन दिया जा रहा है। रविवार को धरने पर पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, बाल भारती महाराज, कुन्दन सिंह मोकला, भोपालसिंह झलोड़ा, दुर्गसिंह सत्याया, सुजानसिंह सलखा, रेवंतसिंह पारेवर, चतुरसिंह दवाड़ा, अमरसिंह खुहड़ी, अनोपसिंह बडोड़ागांव, मनोहरसिंह मोकला, भोमसिंह भैंसड़ा, मानाराम कंडेल, सवाईसिंह राघवा, लीलूसिंह बड्डा, आनंदसिंह पडि़हार, देवीसिंह कोहरा, हाथीसिंह मूलाना, कंवराजसिंह रामगढ़, जुगतसिंह करणोत, मुरलीधर खत्री, नरेन्दसिंह रूपसी, प्रेमसिंह सेलत, विरेन्द्रसिंह, हाथीसिंह, रतनसिंह, सांवलसिंह, भरतसिंह मोकला, तनसिंह भेलाणी आदि ने समर्थन दिया और धरने पर उपस्थित रहे।