
स्वर्णनगरी जैसलमेर में मंगलवार अलसुबह से ही बिजली आपूर्ति की व्यवस्था चरमरा गई। शहर के विभिन्न इलाकों में बार-बार बिजली की आवाजाही होती रही, वहीं विश्व प्रसिद्ध सोनार दुर्ग और उसके आसपास के क्षेत्रों में अलसुबह से लेकर दोपहर तक बिजली पूरी तरह गुल रही। बाद में भी शाम तक बिजली आपूर्ति रह-रह कर बाधित होती रही। सर्दियों के मौसम में अचानक आई इस बिजली कटौती से आमजन, व्यापारी और पर्यटक सभी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इससे पहले मंगलवार तडक़े से शहर में बिजली की सप्लाई अनियमित हो गई।
कई क्षेत्रों में कुछ देर बिजली आती और फिर चली जाती, जिससे लोगों के घरेलू कार्य प्रभावित हुए। विशेष रूप से सुबह के समय पानी की मोटरें नहीं चल पाने से लोगों को नित्यकर्म निपटाने और पीने के पानी की समस्या भी झेलनी पड़ी। सर्द मौसम में हीटर, गीजर और अन्य विद्युत उपकरण बंद रहने से ठंड का असर और बढ़ गया। सोनार दुर्ग के अलावा शिव मार्ग, तालरिया पाड़ा, गोपा चौक से लेकर आसपास के लगते इलाकों में तथा पर्यटन से जुड़े क्षेत्रों में स्थिति और भी गंभीर रही। यहां सुबह से दोपहर तक बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप रही। दुर्ग क्षेत्र में स्थित होटल, गेस्ट हाउस, दुकानदार और रेस्तरां संचालक बिजली गुल रहने से खासे परेशान नजर आए। कई होटलों में ठहरे पर्यटकों को मोबाइल चार्जिंग, गर्म पानी और लाइटिंग जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दूसरी तरफ देर शाम के समय कई गलियों-मोहल्लों में रोड लाइट नहीं होने से घुप अंधेरा छाया रहा।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि बिजली नहीं होने से ऑनलाइन भुगतान, बिलिंग सिस्टम और अन्य इलेक्ट्रॉनिक कार्य ठप हो गए। वहीं किले व उसके आसपास रहने वाले बुजुर्गों और बच्चों को सर्दी में खास परेशानी उठानी पड़ी। कुछ इलाकों में इन्वर्टर की बैटरी भी लंबी कटौती के कारण जवाब दे गई। ऐसे में लोग मोबाइल चार्ज करने तक को तरस गए। शहर के अन्य हिस्सों में भी दिन में दसियों बार बिजली की आवाजाही का सिलसिला जारी रहा। लोगों ने परेशान होकर बार-बार डिस्कॉम अधिकारियों व कार्मिकों से समस्या समाधान के लिए सम्पर्क किया। उन्हें अलग-अलग जगहों पर फॉल्ट आने की सूचनाएं दी गई। बिजली विभाग की ओर से बताया गया कि तकनीकी कारणों और लाइन में फॉल्ट के चलते यह समस्या उत्पन्न हुई। दुर्गवासी गौतम डावाणी ने बताया कि सर्दियों के मौसम में इस तरह की लंबी बिजली कटौती बेहद परेशान करने वाली है और विभाग को त्वरित ढंग से आपूर्ति व्यवस्था बहाल करनी चाहिए। इसी तरह से तालरिया पाड़ा निवासी गणपत सिंह ने कहा कि बिजली आपूर्ति में बाधा आने से पीने के पानी की सप्लाई पर भी विपरीत असर पड़ता है। शहरवासियों ने मांग की है कि विशेषकर पर्यटन सीजन और सर्दियों के दौरान बिजली आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
315 केवी के टावर में तकनीकी फॉल्ट आने से विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में परेशानी आई। व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए संबंधित अभियंता व कार्मिक जुटे हुए हैं। शीघ्र समाधान हो जाएगा।
Published on:
23 Dec 2025 08:11 pm
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