बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक पर्व दशहरा आगामी 2 अक्टूबर को धूमधाम से मनाया जाएगा।
बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक पर्व दशहरा आगामी 2 अक्टूबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। हर साल इस मौके पर जैसलमेर के शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में होने वाले रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन कार्यक्रम इस मौके पर होगा। नगरपरिषद ने इसके लिए निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली है। इस बार 45 फीट ऊंचाई का रावण और 40-40 फीट के कुम्भकर्ण व मेघनाद होंगे। जिनका दहन सूर्यास्त की बेला में आतिशबाजी और लाइटिंग की जगमगाहट के बीच किया जाएगा। नगरपरिषद की तरफ से 10 लाख रुपए इस कार्य पर खर्च किए जाएंगे। रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतलों की लम्बाई इस बार भी पिछले वर्ष जितनी ही रखी गई है। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष दशहरा पर तीनों पुतलों का दहन और रंग-बिरंगी आतिशबाजी का कार्यक्रम रखा जाता है। अतिथियों के तौर पर जनप्रतिनिधि या प्रशासनिक अधिकारी इन पुतलों का दहन करते रहे हैं।
दहन के समय पुतलों के साथ उपस्थित लोगों को कई तरह के आतिशी नजारें देखने को मिलेंगे। मसलन रावण की आंखों से अंगारे बरसते नजर आएंगे तो मुंह से आग के गोले और नाभि-सिर पर अग्निचक्र चलेगा और तलवार से चिंगारियां फूटेंगी। आसमान में आतिशबाजी से आकाशगंगा के नजारे बनेंगे। कई तरह के पटाखे और धमाकों के साथ नई तरह की आतिशबाजी कर कार्यक्रम को आकर्षक बनाने का प्रयास किया जाएगा।
दशहरा पर शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में पुतलों के दहन का कार्यक्रम पिछले कई वर्षों से निरंतर विशाल होता गया है। इस रंगारंग कार्यक्रम को देखने के लिए हजारों की संख्या में शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के लोग उपस्थित रहते हैं। गौरतलब है कि पुतलों के मुंह, हाथ और पैर तैयार कर यहां लाए जाते हैं जबकि बाकी हिस्सा स्टेडियम में ही बनाया जाता है। माना जाता है कि पूनम स्टेडियम में करीब एक घंटे तक रंग-बिरंगी आतिशबाजी की जाएगी। जिससे वहां का पूरा आकाश आतिशी नजारों से पट जाएगा।
पोकरण कस्बे में आगामी 2 अक्टूबर गुरुवार को विजयदशमी का पर्व दशहरा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस दौरान कस्बे में दशहरा मेला भी आयोजित होगा। कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के मैदान में रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाएगा। इस दौरान यहां आतिशबाजी भी की जाएगी। अन्याय पर न्याय की जीत का प्रतीक विजयदशमी पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों के निर्माण और आतिशबाजी को लेकर नगरपालिका की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई। इसके लिए सिद्धहस्त कारीगरों को कार्यादेश भी दे दिया गया है। पुतलों के निर्माण पर करीब 5-7 लाख और आतिशबाजी पर करीब एक लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी।
नगरपालिका के अध्यक्ष मनीष पुरोहित ने बताया कि दशहरा मेला 2 अक्टूबर को शाम 6 बजे शुरू होगा। उन्होंने बताया कि सिद्धहस्त कारीगरों को पुतले बनाने का कार्य दिया गया है। उनकी ओर से पुतले बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इस बार 45 फीट का रावण और 35-35 फीट के कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा पुतलों के दहन से एक घंटे पूर्व तक मैदान में आकर्षक आतिशबाजी होगी।
दशहरा का पर्व भारतीय संस्कृति का एक बहुत महत्वपूर्ण अवसर है। इस पर्व पर नगरपरिषद की ओर से हर बार की भांति शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में विशाल पुतलों का दहन करवाने के साथ आकर्षक आतिशबाजी व अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी।