सीमावर्ती जैसलमेर जिले में स्थित पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है।
सीमावर्ती जैसलमेर जिले में स्थित पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। डीआरडीओ की इस मिसाइल के सफल परीक्षण से नजदीकी हवाई हमले के खतरे से निपटने का एक अचूक हथियार सशस्त्र बलों को मिला है। इस परीक्षण के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और देश की सेना को ट्वीट कर बधाई दी। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीकी से लैस यह नई मिसाल सशस्त्र बलों को हवाई खतरे के खिलाफ और अधिक तकनीकी बढ़ावा देगी। रक्षा मंत्रालय की तरफ से शनिवार को किए गए ट्वीट में बताया गया कि डीआरडीओ ने पोकरण रेंज से चौथी पीढ़ी की तकनीकी रूप से उन्नत लघु हथियार प्रणाली वीएसएचओ आरएडीएस के तीन उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किए हैं। बताया जाता है कि इस मिसाइल की मार से दुश्मन के यान, विमान, हेलीकॉप्टर और ड्रोन को बचने का मौका तक नहीं मिलेगा।
डीआरडीओ की ओर से तैयार की गई इस मिसाइल का वजन केवल 20.5 किलो व लम्बाई करीब 6.7 फीट और व्यास 3.5 इंच होता है। इसकी मार 250 मीटर से 6 किलोमीटर तक हो सकती है। यह अधिकतम 1800 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दागी जा सकती है। परीक्षण के दौरान इस मिसाइल ने उच्च गति वाले मानव रहित हवाई लक्ष्यों के खिलाफ ग्राउंड बेस्ड मैन पोर्टेबल लॉन्चर से उड़ान भरी और लक्ष्यों को नष्ट कर दिया। जानकारी के अनुसार परिवहन करने में आसान सक्षम वायु रक्षा प्रणाली को डीआरडीओ की प्रयोगशालाओं में स्वदेशी रूप से तैयार और विकसित किया गया है। इस मिसाइल का मुख्य उद्देश्य सीमित दूरी से कम ऊंचाई पर उडऩे वाले हवाई हमलों के खतरों को समाप्त करना है।