सरहदी जिले में गत दिनों पूनमनगर में हुए हादसे के बाद से जिम्मेदार हरकत में आ गए हैं, वहीं अभिभावक भी खुद उत्तरदायित्व को समझते हुए उन विद्यालयों का निरीक्षण कर रहे हैं, जहां बच्चे पढ़ रहे हैं।
सरहदी जिले में गत दिनों पूनमनगर में हुए हादसे के बाद से जिम्मेदार हरकत में आ गए हैं, वहीं अभिभावक भी खुद उत्तरदायित्व को समझते हुए उन विद्यालयों का निरीक्षण कर रहे हैं, जहां बच्चे पढ़ रहे हैं। हर हादसों के पीछे कोई न कोई लापरवाही सामने आती है, यह बात अब अभिभावक भी समझ चुके हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में समयबद्ध रूप से विद्यालयों का निरीक्षण करने को लेकर अभिभावकों में जागरुकता आई है। पत्रिका की पहल के बाद यह सकारात्मक सि्थति बनी है। वे संकल्प ले रहे हैं कि अब हादसा किसी का भी लाल नहीं छीनेगा और बच्चोें की सुरक्षों को लेकर वे खुद सजगमोहनगढ़. जर्जर विद्यालय भवनों की वजह से हो रहे हादसों को रोकने के लिए विद्यालय भवनों का निरीक्षण किया जा रहा है। बुधवार को मोहनगढ़ क्षेत्र के विद्यालयों का नगर परिषद के सहायक अभियंता मयंक चौहान की ओर से भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। बुधवार को दिन भर कस्बे के सरकारी व निजी विद्यालयों के भवनों का भौतिक सत्यापन किया गया। जिसमें कई विद्यालयों में चार दीवारी, मुख्य द्वार, भवन की नींव, कक्षा कक्ष, पानी के टांके, शौचालय, सेफ्टी टेंक आदि जर्जर अवस्था में पाए गए। अधिकांश विद्यालयों भवन की छत्तों से पानी टपकने की समस्या नजर आई। विद्यालयों में भौतिक सत्यापन के दौरान सहायक अभियंता मंयक चौहान, पीईईओ रमण लाल मीणा, संदर्भ व्यक्ति नरेश कुमार घिण्टाला, सतनाम मौजूद रहे। जर्जर अवस्था में पाए गए कक्षा कक्षों, शौचालयों, पानी के टांकों, मुख्य द्वार आदि को बंद रखने व सुरक्षा के प्रबंध करने की सलाह दी गई।