सप्ताह में तीन दिन चल रही जोधपुर-गांधीधाम ट्रेन को जयपुर तक विस्तार की डिमांड उठ रही थी, आज तक अमल नहीं हुआ
राजस्थान के समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड मीटर से ब्रॉडगेज में तब्दील होने के बाद पहली ट्रेन जोधपुर से गांधीधाम के लिए 14 अक्टूबर 2010 को चली। शुरुआत से लेकर अब तक यह ट्रेन सप्ताह में तीन दिन ही चल रही है। इस ट्रेन के फेर बढ़ाने के साथ इसे जयपुर तक विस्तार की डिमांड जरुर उठी, लेकिन आज तक यह मांग पूरी नहीं हो पाई है।
यह ट्रेन 15 साल बाद एक बार फिर से चर्चा में है। इस ट्रेन को रेगुलर करने को लेकर एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 19 फरवरी को वायरल हुए इस पत्र में ट्रेन को त्रि-दिवसीय के स्थान पर रेगुलर करने का उल्लेख किया गया है। मामले के रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन को नियमित करने को लेेकर डिमांड कई बार आई है, लेकिन ऑर्डर जारी होने की कोई आधिकारिक जानकारी अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।
मीटर से ब्रॉडगेज होने के बाद यात्री गाड़ी के बाद पहली ट्रेन जोधपुर गांधीधाम ही शुरु हुई। उसके अलावा बीकानेर दादर ट्रेन भी शुरु हुई। दोनों ट्रेन सप्ताह में क्रमश: तीन और दो दिन चलती है। 15 साल के ब्रॉडगेज के सफर में वर्तमान में दो डेमू ट्रेन चलती हैं। इसके अलावा साबरमती-जैसलमेर, जोधपुर-साबरमती, दादर-जोधपुर, बाड़मेर यशवंतपुर, भावनगर-हरिद्वार समेत अन्य ट्रेन चल रही है, लेकिन जयपुर तक सीधी ट्रेन का आज भी इंतजार है।
जालोर से रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोगों की आवाजाही जयपुर तक होती है। सीधी रेल सेवा नहीं होने से ज्यादातर यात्री बसों से यात्रा करते हैं। वहीं अन्य यात्री जोधपुर या फालना से यात्रा को मजबूर हैं।
मामले में सेवानिवृत्त स्टेशन अधीक्षक गोपाल जोशी का कहना है कि जोधपुर-गांधीधाम ट्रेन लंबे समय से संचालित हो रही है। इस ट्रेन को जयपुर तक विस्तार करने की लगातार डिमांड की गई है। इस ट्रेन को नियमित करने के साथ इसे जयपुर तक विस्तार किया जाना जरुरी है। ताकि जयपुर तक सीधी कनेक्टिविटी हो सके।
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जालोर से जोधपुर तक कनेक्टिविटी बेहतर हो चुकी है, लेकिन 15 साल बाद भी जयपुर तक सीधी रेल सेवा नहीं है। नियमित रूप से बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही जयपुर तक होती है। ऐसे में राजधानी तक ट्रेन जरुरी है।
बद्रीदान नरपुरा, अध्यक्ष, राजस्थान किसान संघर्ष समिति
जयपुर तक सीधी रेल सेवा नहीं होने से मजबूरी में बसों में सफर करना पड़ता है। एक तरफ बसों में समय अधिक लगता है, दूसरी तरफ यात्रा में भी परेशानी भी ज्यादा होती है। नियमित जयपुर के लिए ट्रेन जरुरी है।
अजय ओझा, शहरवासी