Bypass Road: जालोर के निकट नेशनल हाइवे-325 के बाइपास का काम अगस्त अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
Bypass Road: जालोर। जालोर के निकट नेशनल हाइवे-325 के बाइपास का काम अगस्त अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। डेडलाइन के अनुसार इस अवधि में काम पूरा होने के साथ ही इस बायपास रोड को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। वर्तमान में करीब 15 किमी लंबे इस बाइपास के अहम हिस्से पर 85 से 90 प्रतिशत तक काम पूरा हो चुका है।
करीब 10 फीसदी काम ही बकाया है, जिसे दो माह की अवधि में पूरा कर लिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में रोड के डामरीकरण का काम पूरा हो चुका है। शेष काम पूरे होने के साथ बाइपास कोरिडोर बनने से शहरी यातायात व्यवस्था में सुधार होगा।
बिशनगढ़ की तरफ से आने वाले वाहन चालक, जो आहोर, जोधपुर या बागरा, भीनमाल की तरफ बिना रुके जाना चाहते हैं। उनके लिए यह बाइपास अहम साबित होगा। इसी तरह आहोर की तरफ से आने वाले वाहन चालक जो बाड़मेर, बालोतरा की तरफ जाना चाहते हैं। उनके लिए भी यह रूट बेहतर विकल्प होगा।
जालोर के औद्योगिक क्षेत्र प्रथम और द्वितीय चरण के तृतीय चरण से कनेक्टिविटी के लिए भी बेहतर आधार ये मार्ग बनेगा। शहरी क्षेत्र में भारी वाहनों की आवाजाही रुकेगी। मार्ग से मोकलसर और बिशनगढ़ के व्यापारी सीधे औद्योगिक क्षेत्र तृतीय चरण तक आवाजाही इसी मार्ग से कर सकेंगे। वर्तमान में शहरी भीड़ के बीच से ही लोडेड ग्रेनाइट ट्रेलर और ग्रेनाइट ब्लॉक गुजरते हैं।
-लेटा जवाई नदी पुल के मैजर ब्रिज का काम पूरा हो चुका है। अब पुल के दोनों छोर को जोड़ने के साथ ऊपरी हिस्से को जोड़ने के साथ डामरीकरण का काम बाकी।
-स्वरूपपुरा रोड पर रेलवे क्रॉसिंग पर पुल को पटरियों को क्रॉस करते हुए इसे जोड़ने का काम बाकी है। इसके आगे ओवरब्रिज का काम भी कुछ हद तक बाकी है।
-डामरीकरण का काम लगभग पूरा है, अब जरुरत के अनुसार संकेतक, सूचनाओं के बोर्ड और डायवर्सन के काम बाकी है, जो बकाया काम पूरे होने के साथ किए जाएंगे।
नेशनल हाइवे बाइपास पर शहरी क्षेत्र की तरफ से बाइपास तक पहुंचने के लिए 3 स्थानों पर तो फ्लाइओवर बने हैं। जहां से शहरी क्षेत्र की तरफ आसानी से आवाजाही हो सकेगी। ये विकल्प बिशनगढ़ रोड पर श्रीराम ग्रेनाइट इकाई के पास, रतनपुरा रोड, महेशपुरा रोड पर मौजूद रहेंगे। इसके अलावा सेंट पॉल स्कूल रोड व नहर के पास के क्षेत्र भी वैकल्पिक मार्ग होंगे।
बायपास का काफी हिस्सा तैयार हो चुका है, जरुरी काम बकाया होने से एजेंसी ने मार्ग हैंडओवर नहीं किया है। डामरीकरण हो चुके हिस्से पर वाहनों की आवाजाही होती है। पुलों का काम पूरा होने के साथ ही आहोर की तरफ से बिशनगढ़, बालोतरा, बाड़मेर की तरफ आने वाला या जाने वाला वाहन चालक इस मार्ग से जालोर के बाहर से ही बिना रुके निकल जाएगा। जालोर की ट्रेफिक लोड की समस्या का इससे स्थायी समाधान हो जाएगा।
जालोर के नेशनल हाइवे के बाइपास का प्रोजेक्ट दिसंबर तक पूरा किया जाना है, लेकिन काम तेज गति से चल रहा है। काम सितंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। जिसके बाद ट्रेफिक के लिए इस मार्ग को खोला जाएगा।
-इंद्रप्रकाश, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी (एनएच)
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