Janjgir Champa Murder Case: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में एक दिव्यांग की गला रेतकर हत्या कर दी गई। डोंगाकहरौद गांव में रहने वाला 40 साल का मनोज कुमार बोल-सुन नहीं सकता था। इसका शव घर से 50 मीटर दूर तालाब किनारे मिला है।
Murder News: जांजगीर चांपा के पामगढ़ थाना क्षेत्र के डोंगाकोहरौद गांव में शनिवार की सुबह हत्या की सनसनीखेज वारदात हुई। जिसमें मूकबधिर दिव्यांग की अज्ञात लोगों ने गला रेतकर हत्या कर दी। मामले की सूचना पर फोरेंसिक एक्सपर्ट कोरबा की टीम के अलावा पामगढ़ पुलिस मामले की जांच में जुटी है। एक दिव्यांग की किस नाम से हत्या कर दी गई यह किसी के समझ से परे है। क्योंकि वह भिक्षुक था और किसी से दुश्मनी भी नहीं थी। फिलहाल पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर जांच में जुटी है।
पामगढ़ पुलिस के अनुसार मनोज कुमार नट पिता महेत्तर पट 40 वर्ष गूंगा-बहरा दोनों है। वह गांव में भिक्षा मांगकर अपना परिवार का पेट पाल रहा था। उसकी पहली पत्नी का निधन हो गया फिर दूसरी पत्नी भी लाया वह भी दिव्यांग है। दोनों पत्नियों की तरफ से उसके तीन बच्चे हैं। वह शुक्रवार की रात को घर से निकला था। सुबह उसका शव गांव के खोखिया तालाब के पास शव पड़ा मिला। उसकी गला रेतकर हत्या की गई है। उसके सिर में भी चोट के निशान है। पुलिस फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद से हत्या के गंभीर मामले में जांच करने जुटी है।
नियति ने मनोज के साथ भद्दा मजाक किया है। पहले तो वह गूंगा-बहरा है। उसकी पत्नी भी गूंगी बहरी है। साथ ही उसके दो बच्चे हुए वह भी गूंगे-बहरे हैं। अब पुलिस उसके बयान भी दर्ज नहीं कर पा रही है क्योंकि घर का कोई सदस्य बोल नहीं सकता। इससे हत्या का सुराग लगाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। दरअसल, पुलिस परिजनों के बयान के आधार पर बयान दर्ज करती है और संदेहियों का पता तलाश कर पाती है। लेकिन अब पुलिस बेबस नजर आ रही। आसपास के लोगों से बयान दर्ज कराकर संदेहियों की तलाश करेगी।