Monsoon Update: 25 मई से 2 जून तक चले नौतपा में तापमान 40 डिग्री से लुढ़ककर 35 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया था लेकिन जैसे ही नौतपा समाप्त हुआ है।
Monsoon Update: संभाग सहित जिला में इस समय झुलसा देने वाली गर्मी की चपेट में है। हालांकि दो जून रविवार को नौतपा विदा ले चुका है। इसके बावजूद गर्मी अपना कहर बरपा रही है। इसके के चलते पारा छलांग लगाते हुए 41 डिग्री पर जा पहुंचा है। मौसम विभाग की मानें तो तापमान आगे और बढ़ने की संभावना है। इसलिए अभी गर्मी से राहत नहीं मिल सकती है।
45 डिग्री से ऊपर तापमान पहुंचने की संभावना मौसम विभाग जता रहे है। साथ ही पहले की अनुमान के अनुसार अब जिले में मानसून पहुंचने में भी विलंब हो सकता है। Janjgir Champa Monsoon Update नौतपा के बाद बढ़े हुए तापमान ने शहरवासियों को परेशान कर दिया। नवतपा के दौरान तापमान में कमी होने लगी थी, पारा 35 डिग्री तक पहुंच गया था, भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिल रही थी, लेकिन इसके बाद पारा 5 डिग्री उछलकर 41 डिग्री सेल्सियश तक पहुंच गया।
न्यूनतम तापमान भी दो डिग्री ज्यादा रहा है। 25 मई से 2 जून तक चले नौतपा में तापमान 40 डिग्री से लुढ़ककर 35 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया था लेकिन जैसे ही नौतपा समाप्त हुआ है। उसके बाद राहत था, पांच दिन बाद सुबह से ही गरम हवाएं की लपटें चलने लगी और तापमान पिछले तीन-चार दिनों में सबसे ज्यादा ऊंचाई पर पहुंच गया।
बुधवार को पारा 39 डिग्री सेल्सियस पर था लेकिन शुक्रवार को यही पारा 41 डिग्री पर पहुंच गया। इसी रोज न्यूनतम पारा 28 डिग्री दर्ज किया गया था लेकिन मंगलवार को 30 डिग्री दर्ज किया गया। यानि सुबह और शाम दोनों समय तापमान शहरवासियों के लिए परेशानी का कारण बना रहा। Janjgir Champa Monsoon Update मौसम विभाग का कहना है कि अभी आगे भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है। दो दिन बाद तापमान और बढ़ने की संभावना है।
Monsoon Update: चिलचिलाती तेज धुप से बचने के लिए चौक-चौराहों पर शेड का अभाव है। इस कारण राहगीरों, मजदूरों को पेड़ ल मिलने से दुकानों के आगे शेड के नीचे शरण लेकर समय बिताने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
एचपी चंद्रा, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक, रायपुर: अभी फिलहाल गर्मी से राहत की संभावना नहीं है। अधिकतम तापमान में वृद्धि होने की संभावना है। अरब सागर से आने वाली मानसूनी हवाएं कमजोर होने के कारण मानसूनी गतिविधि आगे नहीं बढ़ पा रही है। इसके कारण जिले में मानसून का दस्तक अभी 4-5 तक होने की संभावना नहीं है।
पश्चिमी हवा प्रबल होने चाहिए और उसकी गहराई वातावरण में 3.1 किलोमीटर तक होना चाहिए।
वातावरण में सार्थक रूप से नमी की मात्रा गहराई तक बढ़ना चाहिए।
आने वाले समय में लगातार वर्षा होने की संभावना बने रहना चाहिए।
क्षेत्र में बादल की स्थिति बने रहना चाहिए।
क्षेत्र में मानसून पहुंचने की घोषणा करने के लिए लगातार दो दिनों तक उस क्षेत्र के 80 प्रतिशत स्टेशनों में 2.5 मिमी या अधिक वर्षा हो तो दूसरे दिन मानसून पहुंचने की घोषणा की जाती है।