MP News- शासकीय बालक छात्रावास के विद्यार्थियों ने कर्मचारियों पर अभद्रता, गंदी रसोई और भूखा छोड़ने के आरोप लगाए। छात्रों ने रोटियां कम मिलने और खराब खाने से परेशान होकर कर्मचारियों को हटाने की मांग की।
MP News-झाबुआ के शासकीय महाविद्यालय बालक छात्रावास के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को हटाने की मांग को लेकर शुक्रवार को छात्रावास के छात्र जनजातीय कार्य विभाग की सहायक आयुक्त सुप्रिया बिसेन से मिले। यहां राहुल सिंगाड़, प्रेम कटारा, महेश्वर मेड़ा, दीवान कटारा, बसंत अमलियार, अरविंद अखाड़िया ने बताया कि छात्रावास में कार्यरत मनोज सोलंकी शांतिबाई गोहरी एवं रुक्मणी कनेश किसी की बात नहीं सुनते। छात्रों और अधीक्षक से अभद्र व्यवहार करते हैं। खाना बनाने में साफ सफाई और स्वाद का ध्यान नहीं रखा जाता है। (students protest)
रोटियां कच्ची और जली बनाई जाती है। कम पड़ने पर पुन: रोटियां नहीं बनाई जाती। इससे छात्रों का पेट भरना भी मुश्किल हो गया है। यदि किसी छात्र को रोटी नहीं मिलती तो दूसरे छात्र अपने हिस्से में से छात्र को रोटी देकर उसकी भूख मिटा रहे हैं। छात्रों को खाने में सुबह दो रोटी एवं शाम को तीन रोटी मिल रही हैं। सब्जी और दाल में स्वाद का ख्याल नहीं रखा जाता। अगर कोई छात्र अधिक रोटी की मांग करता है तो यह तीनों कर्मचारी उसे पर बरस पड़ते हैं।अधीक्षक ने कई बार कहा है कि कम से कम बच्चों को तीन रोटी मिलना चाहिए, लेकिन यह लोग अधीक्षक की बात भी नहीं सुनते। (MP News)
उक्त कर्मचारी खाना खाने के समय आपस में भी बहस करते रहते हैं। इस कारण छात्रों को खाना खाने में रुचि नहीं रहती। छात्रावास की छात्रा समिति एवं समस्त छात्रों ने इन कर्मचारियों को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने और अपने छात्रावास में अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के लिए सहायक आयुक्त से मांग की है। (MP News)
जनजातीय कार्य विभाग सहायक आयुक्त सुप्रिया बिसेन ने बताया कि छात्रों ने आज हॉस्टल में काम करने वाले कुछ कर्मचारियों की शिकायत की है। हम जांच करके तीन दिन में इसका समाधान कर देंगे। (MP News)