झालावाड़ शहर के नजदीक गागरोन किले के पास कालीसिंध नदी की चंगेरी पुलिया पर रविवार दोपहर तेज बहाव में निकलते समय एक कार बह गई। कार में दो शिक्षक समेत चार लोग सवार थे। सभी कार के साथ नदी में बह गए
झालावाड़। शहर के नजदीक गागरोन किले के पास कालीसिंध नदी की चंगेरी पुलिया पर रविवार दोपहर तेज बहाव में निकलते समय एक कार बह गई। कार में दो शिक्षक समेत चार लोग सवार थे। सभी कार के साथ नदी में बह गए। सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने नदी से कार निकाली तो दो शव उसी में मिले। दो जने अभी लापता है। जिनकी तलाश की जा रही है। अंधेरा होने पर एसडीआरएफ की टीम ने तलाशी का अभियान बंद कर दिया।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि रामगंजमंडी क्षेत्र के कुदायला निवासी हरिवल्लभ खाती (50) पुत्र केशुराम, लेखराज माली (35) पुत्र मोहनलाल, श्रीगंगानगर निवासी नीरज सिंह (50) पुत्र किशनसिंह शेखावत, सांभर जयपुर निवासी वेणु गोपाल (35) पुत्र बनवारी रविवार दोपहर कार से गागरोन की तरफ से चंगेरी पुलिया पार कर रहे थे। पुलिया पर करीब ढाई फीट पानी होने और बहाव तेज होने से कार नदी में बह गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मना करने के बावजूद भी उन्होंने तेज बहाव में कार उतार दी। कुछ दूर जाने के बाद कार अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। लोगों ने कार को नदी में गिरते देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीम को बुलवाया। एसडीआरएफ की टीम ने तलाशी अभियान चलाया।
शाम को पुलिया के पास कार नदी में मिली। कार को क्रेन की मदद से बाहर निकाला तो पिछली सीट पर हरि बल्लभ और नीरज के शव बरामद मिले, जबकि लेखराज और वेणुगोपाल का पता नहीं चला। सूचना पर जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ और पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने तलाशी अभियान का जायजा लिया। उपखंड अधिकारी अभिषेक चारण, जिला परिषद के सीईओ शंभूदयाल मीणा, तहसीलदार नरेन्द्र मीणा, उप अधीक्षक खानपुर अंशु जैन सहित कई अधिकारी शाम तक मौजूद रहे।
श्रीगंगानगर निवासी नीरज सिंह और सांभर, जयपुर निवासी वेणुगोपाल रामगंजमंडी के कुदायला के सीनियर सैकंडरी स्कूल में शिक्षक थे।