दिल्ली से विशाखापट्टनम जा रही स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस के बी-6 कोच में सवार यात्रियों को 700 किलोमीटर तक गर्मी में सफर करना पड़ा। ट्रेन का एसी दिल्ली से चलने के दौरान ही खराब हो गया था। यात्रियों ने बार-बार शिकायत करने के बाद भी रेलवे ने कोई कार्रवाई नहीं की।
दिल्ली से विशाखापट्टनम जा रही स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस के यात्रियों ने बुधवार को कुछ ऐसा ही अनुभव किया। ट्रेन के बी-6 कोच का एसी खराब होने के कारण यात्रियों को भयंकर गर्मी का सामना करना पड़ा। मथुरा, आगरा और ग्वालियर में भी यात्रियों ने एसी ठीक कराने की गुहार लगाई, लेकिन रेलवे ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की।
ट्रेन के झांसी पहुंचने पर यात्रियों का सब्र जवाब दे गया और उन्होंने जमकर हंगामा किया। हंगामे के दौरान ट्रेन चलने लगी तो यात्रियों ने पांच बार चेन पुलिंग की। झांसी स्टेशन पर करीब 50 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही। बाद में पहुंचे रेलवे अफसरों और सुरक्षा बल ने भोपाल में कोच बदलवाने की बात यात्रियों को समझाकर ट्रेन को रवाना कराया।
रेलवे ने थर्ड एसी कोच बी-6 के यात्रियों को रेलवे टिकट का पैसा वापस करने का फैसला किया है। यात्रियों से केवल स्लीपर कोच का ही शुल्क लिया जाएगा। वहीं एसी का चार्ज वापस कर दिया जाएगा। इसके लिए यात्रियों को क्लेम करना होगा।
झांसी रेल मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेन का एसी दिल्ली से चलने के दौरान ही खराब हुआ था। जिन यात्रियों को असुविधा हुई है, उनसे केवल स्लीपर का किराया लेकर बाकी पैसा वापस किया जाएगा। यात्री ऑनबोर्ड टीटीई से प्रमाण पत्र लेकर पैसा वापसी के लिए क्लेम कर सकते हैं।