पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के नेतृत्व में शुक्रवार को मंडावा से झुंझुनूं तक जनआक्रोश रैली निकाली गई। इसमें गुढ़ा सहित कई लोग करीब 30 किलोमीटर पैदल चलकर झुंझुनूं कलेक्ट्रेट पहुंचे।
झुंझुनूं। पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के नेतृत्व में शुक्रवार को मंडावा से झुंझुनूं तक जनआक्रोश रैली निकाली गई। इसमें गुढ़ा सहित कई लोग करीब 30 किलोमीटर पैदल चलकर झुंझुनूं कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां गुढ़ा ने मंडावा में लाइब्रेरी छात्रों से मारपीट के मामले में पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने और झुंझुनूं शहर में नाबालिग से बलात्कार के आरोपी को गिरफ्तार नहीं करने का आरोप लगाया।
रैली शाम को कलेक्ट्रेट पहुंची। यहां लोगों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों-पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक चल रही थी कि इसी दौरान किसी ने लाठीचार्ज करने की अफवाह फैला दी। इससे कुछ लोग इधर-उधर भागने लगे। इसके बाद गुढ़ा नीम के पेड़ पर चढ़ गए और वहां से लोगों को संबोधित किया।
गुढ़ा ने कहा कि मंडावा में लाइब्रेरी छात्रों से हुई मारपीट के मामले में समुदाय विशेष के लोगों पर हत्या के प्रयास की धाराएं लगाकर जेल में डाल दिया गया। जबकि झुंझुनूं शहर में नाबालिग बच्ची से बलात्कार करने वाले खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार तक नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बदमाशी करवाना बंद कर दें। राजस्थान को यूपी और झुंझुनूं को संबल नहीं बनने दिया जाएगा।