झुंझुनू

नीम देगा रोजगार, महिलाएं बनाएंगी तेल व साबुन

महिला समूहों को ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों प्लेटफार्म उपलब्ध करवाए जाएंगे। पूरे जिले में ज्यादा से ज्यादा नीम के बाग लगाए जाएंगे।

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Jul 24, 2025
जानकारी देती आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ अनिता चौधरी व नीम का तेल व साबुन।

राजेश शर्मा

दातुन, कोपल व निमोळी देने वाले नीम के पेड़ अब राजस्थान के झुंझुनूं जिले की महिलाओं को रोजगार भी देंगे। महिलाएं नीम का तेल, साबुन, पावडर व अन्य उत्पाद बनाकर स्वरोजगार शुरू करेंगी। इसके लिए पहले चरण में एक करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है। यह कार्य चरणबद्ध रूप से धरातल पर उतारा जाएगा। पंच गौरव योजना में जिले में नीम के पेड़ों को शामिल किया गया है। महिलाओं के समूह बनाए जाएंगे। जो कम्पनियां अभी नीम के तेल, साबुन व अन्य उत्पाद बना रही है उनके माध्यम से महिलाओं को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। विभाग व प्रशासन का प्रयास यह भी रहेगा कि इनको रियायती दर पर ऋण दिलाकर प्रोसेसिंग प्लांट भी लगाए जाएंगे। प्रस्ताव के अनुसार पहले चरण में करीब एक करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके बाद भी दूसरे चरणों के लिए अलग से बजट का प्रयास किया जाएगा। उत्पाद बेचने के लिए महिला समूहों को ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों प्लेटफार्म उपलब्ध करवाए जाएंगे। पूरे जिले में ज्यादा से ज्यादा नीम के बाग लगाए जाएंगे।

दातुन बिक रही ऑनलाइन

वर्तमान में ऑनलाइन प्लेटफार्म पर अनेक युवतियां दातुन बेचकर कमाई कर रही है। इसी साल जनवरी में प्रयागराज में हुए महाकुम्भ में अनेक युवकों ने नीम की दातुन बेचकर लाखों रुपए की कमाई कर ली थी। इसके अलावा अनेक बडी कम्पनियां दातुन, साबुन, शैम्पू, पावडर, जैविक कीटनाशक, तेल, निमोळी व अन्य उत्पाद बेचकर हर साल करोडों रुपए का कारोबार कर रही है।

एक करोड़ का प्रस्ताव

नीम को पंच गौरव में शामिल किया गया है। प्रशासन के दिशा निर्देश के अनुसार प्रस्ताव बनाया है। इसमें पहले चरण में करीब एक करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। पांच नीम वाटिकाएं विकसित की जाएंगी। इसके अलावा महिलाओं के समूह बनाकर उनको नीम का तेल, नीम का साबुन, जैविक कीटनाशक व अन्य उत्पाद बनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही प्रशासन के सहयोग से उनको उत्पाद बेचने के लिए प्लेटफार्म भी उपलब्ध करवाया जाएगा। यह सतत प्रक्रिया में शामिल है।

-हरेन्द्र भाकर, एसीएफ वन विभाग झुंझुनूं

आयुर्वेद के अनुसार कई उपयोग

नीम में रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले औषधीय गुण होते हैं। डायबिटीज रोगियों, चर्म रोगियों, वायरल संक्रमण वालों के लिए काफ़ी लाभदायक रहता है। नीम की दातुन एवं छाल दांतों की समस्याओं को दूर करती है। जैविक कीटनाशक भी बनाए जा रहे हैं। नीम का उपयोग विभिन्न तरीकों यथा पत्ते, छाल, तेल, साबुन, औषधि, चूर्ण आदि रूप में उपयोग में लिया जाता है । नीम का साबुन कई त्वचा रोगों में गुणकारी एवं उपचारी साबित होता है।

-डॉ अनिता चौधरी, आयुर्वेद विशेषज्ञ, झुंझुनूं

Published on:
24 Jul 2025 12:24 pm
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