झुंझुनू

ऊंटगाड़ी वाले का बेटा बना झुंझुनूं जिले के सबसे बड़े अस्पताल का पीएमओ

बचपन में संघर्ष का सामना करने वाले डॉ जितेंद्र के पिता सुल्तान सिंह भांबू ऊंटगाड़ी चलाकर परिवार का गुजर बसर करते थे। अलीपुर निवासी भाम्बू ने बताया कि एक ऊंटगाड़ी वाले के बेटे का जिले के सबसे बड़े अस्पताल का पीएमओ बनने पर वे गर्व महसूस कर रहे हैं।

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पीएमओ बनने के बाद पिता को मिठाई ​खिलाते डॉ. जितेंद्र भांबू

झुंझुनूं. अलीपुर गांव में ऊंटगाड़ी चलाकर जीवन यापन करने वाले के बेटे को झुंझुनूं जिले के सबसे बड़े राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल में पीएमओ पद की जिम्मेदारी मिली है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियु​क्ति आदेश जारी करने के बाद गुरुवार को अस्पताल में कार्यरत वरिष्ठ ​शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र भांबू ने पदभार संभाला। उन्होंने अपने पिता सुलतान सिंह भाम्बू का आशीर्वाद प्राप्त कर कार्यग्रहण किया।

ग्रामीण परिवेश से आने वाले डॉ. भांबू किसान परिवार से हैं। प्रारंभिक शिक्षा अपने ही गांव अलीपुर के राजकीय माध्यमिक विद्यालय तथा उच्च माध्यमिक शिक्षा शहीद कर्नल जेपी जानू उच्च माध्यमिक विद्यालय झुंझुनूं से प्राप्त की। चिकित्सकीय कोर्स जीएमकेएमसी, सेलम से किया गया। शिशु रोग विशेषज्ञ की पढ़ाई आरएनटी चिकित्सा महाविद्यालय, उदयपुर से पूरी की।

क्यों मिली जिम्मेदारी: कोरोना में बेहतर चिकित्सा मैनेजमेंट

डॉ. जितेन्द्र भांबू लंबे समय तक प्रशासनिक कार्यों से जुड़े रहे हैं। निशुल्क दवा योजना, सांस कार्यक्रम जागरूकता, टीकाकरण कार्यक्रम, डेंगू नियंत्रण में अहम भूमिका निभा चुके हैं। कारोनाकाल के दौरान बीडीके अस्पताल में बेहतर चिकित्सा मैनेजमेंट के लिए सराहना मिली और कई बार सम्मानित हुए। गणतंत्र दिवस पर भी उल्लेखनीय चिकित्सा सेवाओं के लिए उन्हें सम्मनित किया गया।

बोले-मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी

पद संभालने के बाद उन्होंने कहा कि अस्पताल में मरीजों को सुविधाओं को पूरा लाभ मिलेगा और मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। अंतिम छोर के व्यक्ति को भी लाभ मिले, इसका पूरा प्रयास किया जाएगा।

Updated on:
09 Apr 2025 08:36 pm
Published on:
09 Apr 2025 08:23 pm
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