Independence Day 2025: जोधपुर में 79वें स्वतंत्रता दिवस का राज्य स्तरीय समारोह धूमधाम से आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बरकतुल्लाह खां स्टेडियम में मुख्य अतिथि के रूप में ध्वजारोहण किया।
Independence Day 2025: जोधपुर में 79वें स्वतंत्रता दिवस का राज्य स्तरीय समारोह धूमधाम से आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बरकतुल्लाह खां स्टेडियम में मुख्य अतिथि के रूप में ध्वजारोहण किया और अपने संबोधन में जोधपुर को शौर्य, साहस और संस्कृति की गौरवशाली भूमि करार दिया। हालांकि, समारोह में स्टेडियम की कई कुर्सियां खाली दिखीं और कुछ लोगों को बाहर रोके जाने की खबरें भी सामने आईं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार ने अगले पांच वर्षों में चार लाख सरकारी और छह लाख निजी क्षेत्र में नौकरियां सृजित करने का संकल्प लिया है। उन्होंने बताया कि अब तक 75 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र सौंपे जा चुके हैं, जबकि 1 लाख 68 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने और राज्य की प्रगति को गति देने के लिए है।
सीएम भजनलाल शर्मा ने भारत की आत्मनिर्भरता को लेकर कहा कि आज भारत आत्मनिर्भरता की नई कहानी लिख रहा है। हमें 'जीरो डिफेक्ट-जीरो इफेक्ट' के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है। हमारे उत्पादों में न केवल सर्वोत्तम गुणवत्ता होनी चाहिए, बल्कि पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे, यह भी सुनिश्चित करना होगा।
उन्होंने टेक्नोलॉजी को आत्मनिर्भर भारत की रीढ़ बताते हुए कहा कि 'जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान' के नारे में अब 'जय अनुसंधान' को जोड़ने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने देश की सुरक्षा और सैन्य ताकत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब हमारे देश की प्रगति की राह पर कुछ अराजक तत्व बाधा डालने की कोशिश करते हैं, तो वे भूल जाते हैं कि यह नया भारत है। इसका नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में है, जो कहने में नहीं, करने में विश्वास रखते हैं। गोली का जवाब गोले से दिया जाता है।
उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए इसे देश की सुरक्षा और सम्मान का प्रतीक बताया। सीएम ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि यह दर्शाता है कि भारत अपनी सुरक्षा और सम्मान से कोई समझौता नहीं करेगा।
बता दें, समारोह की शुरुआत सर्किट हाउस में ध्वजारोहण के साथ हुई, जहां मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वे गौरव पथ पर स्थित शहीद स्मारक पहुंचे और देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सुबह 9 बजे बरकतुल्लाह खां स्टेडियम में मुख्य समारोह शुरू हुआ, जहां ध्वजारोहण के बाद राज्य पुलिस, राजस्थान सशस्त्र कांस्टेबुलरी (आरएसी), एनसीसी और एनएसएस की टुकड़ियों ने भव्य परेड प्रस्तुत की।
गौरतलब है कि समारोह का सबसे आकर्षक पल तब था, जब भारतीय सेना के हेलिकॉप्टर ने आसमान से राष्ट्रीय ध्वज पर पुष्प वर्षा की, जिसने उपस्थित लोगों में जोश भर दिया। सीएम शर्मा ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने एक आत्मनिर्भर, खुशहाल और समृद्ध भारत का सपना देखा था, जहां हर व्यक्ति को तरक्की के अवसर मिलें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सपने को साकार करने के लिए संकल्पबद्ध हैं।
हालांकि, समारोह में कुछ खामियां भी देखने को मिलीं। स्टेडियम में कई कुर्सियां खाली रहीं और कुछ लोगों को प्रवेश से रोकने की शिकायतें सामने आईं। इसके बावजूद, समारोह में उपस्थित लोग देशभक्ति के रंग में सराबोर दिखे।