हनुमान बेनीवाल ने कहा- नरेश ने सही किया, उसे तो तीन-चार थप्पड़ मारने चाहिए थे। मेरे वाला काम नरेश ने कर दिया। ठीक किया।
जोधपुर। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने दूसरी बार एसडीएम थप्पड़कांड को लेकर बयान दिया है। बेनीवाल देवली-उनियारा से निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा का समर्थन करते हुए कहा- नरेश ने सही किया, उसे तो तीन-चार थप्पड़ मारने चाहिए थे।
बेनीवाल ने कहा- यह अमित (एसडीएम) मेरे नागौर में रहा हुआ है। इसने मेरे लोगों को कितना तंग किया, तुम्हें पता है? किस तरह माइनिंग पर रेड पड़ी थी, बंद किया था। इस घटना को जाट वर्सेज मीणा बनाने की क्या आवश्यकता है? अच्छा हुआ इसके एक झापड़ (थप्पड़) मारी, उसके तीन-चार झापड़ धरनी चाहिए थी। अच्छा रहा। मैं मार नहीं पाया। मेरे वाला काम नरेश ने कर दिया। ठीक किया। अब मैं ही थोड़े मारता घूमूंगा सबको।
बेनीवाल ने कहा- आप समाज की सोशल मीडिया पर क्यों बात कर रहे हो? आप जानते हो, उसके बारे में कौन है? कहां का रहने वाला है? उसकी क्या हिस्ट्री है? जबरदस्ती जाट मीणा बना रहे हो। भईया ऐसे बात नहीं बनेगा। ध्यान रखो। जिसने थप्पड़ खाया और जिसने थप्पड़ मारा, वो कैसा है। उन दोनों के बारे में पता तो होना चाहिए। बेनीवाल सोमवार को जोधपुर में अनीता चौधरी हत्याकांड को लेकर हुई विरोध सभा में बोल रहे थे।
एसडीएम थप्पड़ कांड पर इससे पहले भी हनुमान बेनीवाल ने प्रतिक्रिया दी थी। बेनीवाल ने तब भजनलाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। बेनीवाल ने घटना को लेकर कहा था- टोंक जिले के देवली -उनियारा विधानसभा में मतदान दिवस के दिन जो कुछ हुआ वो सभी के सामने है, लेकिन सरकार के इशारे पर समरावता गांव में जिस तरह आम लोगों के साथ पुलिस ने जो अमानवीय बर्ताव बर्ताव किया, गलत गिरफ्तारियां की वो उचित नहीं है, किसी प्रकरण की आड़ में पूरे गांव को दोष देना न्यायोचित नहीं है,राजस्थान की सरकार ने इरादतन मामले को तूल पकड़वाया।
दरअसल, उपचुनाव में वोटिंग के दिन यानी 13 नवंबर को देवली-उनियारा के निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना ने गुस्से में आकर समरावता गांव के एक बूथ पर एसडीएम को थप्पड़ मार दिया था। इस घटना के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए। नरेश मीना समरावता गांव में धरने पर बैठ गए। देर शाम पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने धरना स्थल पर पहुंची। नरेश मीना को हिरासत में लेने के बाद समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई, जो देर रात तक जारी रही। इस दौरान समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वाहनों को आग के हवाले कर दिया और पुलिस पर पथराव की घटनाएं भी सामने आई।