विंटर सीजन और न्यू ईयर वीक की शुरुआत के साथ ही सूर्यनगरी जोधपुर में पर्यटकों की आमद तेज हो गई है। होटल, गेस्ट हाउस और होमस्टे में 85 प्रतिशत से अधिक बुकिंग होने से पर्यटन कारोबार में रौनक लौट आई है।
जोधपुर। विंटर सीजन के साथ ही न्यू ईयर वीक की शुरुआत होते ही सूर्यनगरी जोधपुर एक बार फिर पर्यटकों की पसंद बनकर उभरी है। ठंडी हवा, सुनहरी धूप और ऐतिहासिक विरासत के संगम ने सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित किया है। शहर के करीब 2500 गेस्ट हाउस, होमस्टे और होटल में 85 प्रतिशत से अधिक बुकिंग हो चुकी है, वहीं आने वाले एक सप्ताह तक पर्यटकों की अच्छी आमद रहने की उम्मीद जताई जा रही है।
पर्यटन सीजन को खास बनाने के लिए शहर में आने वाले मेहमानों को केवल ऐतिहासिक धरोहरें ही नहीं, बल्कि शुद्ध राजस्थानी संस्कृति से भी रूबरू कराया जा रहा है। लोक गीतों की मधुर धुन, कालबेलिया और घूमर जैसे पारंपरिक नृत्य, कठपुतली कला और लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने पर्यटकों का दिल जीत लिया है। कई होटलों और होमस्टे में शामें राजस्थानी रंग में रंगी नजर आ रही हैं।
पर्यटक मेहरानगढ़ किले और शहर की प्राचीर को निहारने के साथ-साथ आसपास के छोटे इलाकों, गलियों और स्थानीय बाजारों को भी एक्सप्लोर कर रहे हैं। इससे स्थानीय व्यापार और हस्तशिल्प को भी संजीवनी मिली है। खानपान की बात करें तो जोधपुर का पारंपरिक स्वाद पर्यटकों को खूब लुभा रहा है। बाजरे की राब, जोधपुरी गट्टे, चक्की की सब्जी, कैर-सांगरी, गुलाब जामुन की सब्जी, हल्दी की सब्जी, दाल-बाटी-चूरमा, बाजरे की रोटी और कढ़ी जैसे व्यंजन खास आकर्षण बने हुए हैं।
भीतरी शहर के गुलाब सागर, माणकचौक, नागौरी गेट सहित कई इलाकों में सीवरेज का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। इसके साथ ही सड़कों के किनारे जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। नगर निगम और प्रशासन की ओर से शहर की सड़कों पर पर्याप्त सफाई व्यवस्था नहीं होने से पर्यटक गंदगी के बीच से गुजरने को मजबूर हैं।
जोधपुर शहर में करीब 2500 के आसपास गेस्ट हाउस, होमस्टे, होटल और हॉस्टल हैं, जिनमें 85 से 90 प्रतिशत तक बुकिंग हो चुकी है। पर्यटकों को राजस्थानी अंदाज के साथ सभी आवश्यक सुविधाएं दी जा रही हैं। इस बार की बुकिंग को देखकर लगता है कि कोविड से पहले जैसा पर्यटकों का जमावड़ा अब फिर से नजर आने लगा है।