पाकिस्तान से बॉर्डर क्रॉस कर जैसलमेर पहुंचे लेपर्ड को रेस्क्यू के बाद शनिवार को जोधपुर माचिया सफारी लेकर आए। यहां वन विभाग की एक्सपर्ट ने उसकी सेहत की जांच की। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभागीय प्रक्रिया को पूरा करने के बाद लेपर्ड को पाली के जवाई लेपर्ड क्षेत्र के अरावली की पहाड़ियों […]
पाकिस्तान से बॉर्डर क्रॉस कर जैसलमेर पहुंचे लेपर्ड को रेस्क्यू के बाद शनिवार को जोधपुर माचिया सफारी लेकर आए। यहां वन विभाग की एक्सपर्ट ने उसकी सेहत की जांच की। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभागीय प्रक्रिया को पूरा करने के बाद लेपर्ड को पाली के जवाई लेपर्ड क्षेत्र के अरावली की पहाड़ियों में छोड़ा गया। जोधपुर के माचिया सफारी पार्क में लाए गए पैंथर की डॉ. गीता चौधरी व डॉ. श्रवण चौधरी ने पैंथर का बॉडी चैकअप किया गया और पैंथर चेकअप में फिट आया है और पैंथर की उम्र 5 साल से अधिक बताई जा रही है। टीम में शामिल शूटर बंशीलाल सांखला,रामरतन विश्नोई भारेवाला से रेंजर लखपत सिंह,मनोहरलाल,रूपाराम और वन विभाग की टीम को सफलता मिली।
दअरसल,यह पैंथर 3 साल से लोंगावाला क्षेत्र के आस पास आया था, उस समय टीम को सूचना मिली पर पैंथर हाथ में नहीं आया। उसे पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया गया था, पर वह पाकिस्तान चला गया था। गुरुवार को टावरीवाला क्षेत्र में सुबह एक बकरी का शिकार किया गया। शुक्रवार की सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। दोपहर 4.30 बजे पैंथर को ट्रेंकुलाइज कर उसे 200 मीटर के नाले के अंदर से निकाल पिंजरे में डाला। एक रात भारेवाला में ही ऑब्जरवेशन में रखा गया। शनिवार सुबह 10 बजे जोधपुर के माचिया सफारी पार्क में पैंथर का बॉडी चेकउप किया। पैंथर पूरी तरह से स्वस्थ है। यह नर पैंथर है, जिसे जवाई सफारी पार्क में शाम 7 बजे छोड़ा गया।