- होटल में छापे मारकर गिरोह को पकड़ा, 1.10 लाख रुपए, 13 एटीएम कार्ड, 8 पास बुक, पेन व आधार कार्ड जब्त
जोधपुर.
सरदारपुरा थाना पुलिस ने मेडिकल कॉलेज चौराहे के पास होटल में दबिश देकर चाइनीज ऐप के मार्फत यूएसडीटी बेचने के नाम पर चाइना के लोगों से धोखाधड़ी करने के छह आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपी किराए के फर्जी बैंक खातों में यूएसडीटी बेचने से प्राप्त राशि जमा करवाकर एटीएम कार्ड से निकाल लेते थे और फिर उससे ऐश मौज कर रहे थे। इनसे 1.10 लाख रुपए, 13 एटीएम कार्ड, बैंक की आठ पास बुक, पेन व आधार कार्ड जब्त किए गए हैं।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) निशांत भारद्वाज ने बताया कि होटल के कमरों में कुछ युवकों के ठहरे होने व इनके साइबर ठगी के साथ ही चाइनीज ऐप के मार्फत आमजन से धोखाधड़ी करने में लिप्त होने की सूचना मिली। तस्दीक के बाद उप निरीक्षक विश्राम मीणा के नेतृत्व में पुलिस ने होटल में दबिश दी, जहां से रूद्राक्ष बामणिया, आर्यन जांगिड, मनीष माली, देव बोहरा, देव गोयल व मोहम्मद आदिल को पकड़ा गया। पूछताछ के बाद आरोपियों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपियों से सामने आया कि वे चाइनीज ऐप के मार्फत चाइना के नागरिकों को सस्ते दामों पर यूएसडीटी खरीदने का झांसा देकर लाखों रुपए ऐंठने में लिप्त हैं। पूछताछ के बाद छहों आरोपियों को जेल भिजवा दिया गया, जहां से इन्हें जमानत पर छोड़ा गया।
पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर बिलाड़ा में मेघवालों का बास निवासी रूद्राक्ष (18) पुत्र महेन्द्र बामणिया, पिचियाक में जाटों का बास निवासी आर्यन (19) पुत्र डांवरराम जांगिड, मूलत: चौकड़ी खुर्द हाल मण्डोर में वन्डा बेरा निवासी मनीष (19) पुत्र गोरधनराम माली, डाली बाई मंदिर के पास निवासी देव (18) पुत्र विकास बोहरा, बिलाड़ा में सिलावटों का बास निवासी देव (21) पुत्र पदमचंद गोयल और बिलाड़ा में जाटों का नयाबास निवासी मोहम्मद आदिल (20) पुत्र मोहम्मद हारूण को गिरफ्तार किया गया। पुलिस आरोपियों को होटल ले गई, जहां कमरों की तलाशी ली, जहां से 1.10 लाख रुपए, 13 एटीएम कार्ड, बैंक की आठ पास बुक, पेन व आधार कार्ड बरामद किए गए।
पुलिस का कहना है कि आरोपी चाइनीज ऐप की मदद से ठगी कर रहे थे। वे चाइना के लोगों को विज्ञापन के मार्फत जाल में फंसाते और ऐप भेजकर सस्ते दाम पर यूएसडीटी बेचने का झांसा देते थे। आरोपी दूसरों के बैंक खातों में राशि जमा करवाते थे। जो एटीएम से निकाल लेते थे और फिर ऐश मौज करते थे। ।