करीब एक माह की देरी के बाद जिला मुख्यालय पर समर्थन मूल्य पर सरसों-चना की खरीद शुरू हुई है। सोमवार से यहां कृषि उपज मण्डी यार्ड स्थित क्रय-विक्रय सहकारी समिति की ओर से सरसों-चना की खरीद का श्रीगणेश किया गया।
करौली। करीब एक माह की देरी के बाद जिला मुख्यालय पर समर्थन मूल्य पर सरसों-चना की खरीद शुरू हुई है। सोमवार से यहां कृषि उपज मण्डी यार्ड स्थित क्रय-विक्रय सहकारी समिति की ओर से सरसों-चना की खरीद का श्रीगणेश किया गया। हालांकि पहले दिन केवल एक किसान सरसों लेकर आया, जिससे समिति ने करीब 80 कट्टे सरसों की खरीद की। गौरतलब है कि सरकार की ओर से सरसों और चना का समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। सरसों-चना की खरीद 10 अप्रेल से शुरू होनी थी, लेकिन हैण्डलिंग-परिवहन के टेण्डर के अभाव में खरीद शुरू ही नहीं हो सकी।
ऐसे में अब क्रय-विक्रय सहकारी समिति की ओर से अपने स्तर पर ही हैण्डलिंग-परिवहन की व्यवस्था की गई है। इसके बाद सोमवार से समिति ने कृषि जिंसों की खरीद प्रक्रिया शुरू कर दी। राजफेड द्वारा क्रय-विक्रय सहकारी समिति के माध्यम से सरसों व चना की खरीद होगी। सरसों-चना की तुलाई के लिए पहले दिन एक किसान सरसों के करीब 80 कट्टे लेकर आया, जिनकी तुलाई की गई। इस मौके पर केवीएसएस करौली की प्रधान व्यवस्थापक प्राशू जादौन, लिपिक कम कैशियर मदनमोहन जांगिड़ सहित अन्य मौजूद रहे।
कृषि जिसों की तुलाई शुरू करने के अवसर पर पूजा-अर्चना की गई। साथ ही प्रसादी का वितरण किया गया।
समर्थन मूल्य पर सरसों बेचने के लिए केवीएसएस करौली पर 40 किसानों ने अब तक पंजीयन कराया है। वहीं समर्थन मूल्य पर चना बिक्री के लिए केवल 2 किसानों ने ही रुचि दिखाते हुए पंजीयन कराया है। लिपिक कम कैशियर मदनमोहन जांगिड़ ने बताया कि इस बार सरकार ने सरसों की खरीद का समर्थन मूल्य 5950 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। जबकि चना का समर्थन मूल्य 5650 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है। सरसों-चना की खरीद 30 जून तक की जाएगी।