करौली

समर्थन मूल्य से पार चने का भाव, पंजीयन करा बेचने से कतरा रहे किसान

हिण्डौनसिटी. रबी फसली सीजन की समर्थन मूल्य पर बेचान के लिए पंजीयन कराने के बाद भी किसान चना बेचने से कतरा रहे हैं। मंडी में अधिक भाव होने से एमएसपी खरीद के सवा माह बाद भी एक भी किसान चना की तुलाई कराने नहीं पहुंचा है। ऐसे में खरीद अविधि का आधे से अधिक समय […]

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May 20, 2024
समर्थन मूल्य से पार चने का भाव, पंजीयन करा बेचने से कतरा रहे किसान

हिण्डौनसिटी. रबी फसली सीजन की समर्थन मूल्य पर बेचान के लिए पंजीयन कराने के बाद भी किसान चना बेचने से कतरा रहे हैं। मंडी में अधिक भाव होने से एमएसपी खरीद के सवा माह बाद भी एक भी किसान चना की तुलाई कराने नहीं पहुंचा है। ऐसे में खरीद अविधि का आधे से अधिक समय बीतने के बाद भी जिले में चना की एमएसपी खरीद का श्री गणेश नहीं हुआ है। जबकि मंडी में उपज के मुताबित चने खूब आवक हो रही है।


दसअसल नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (नेफैड) ने राजफैड़ के माध्यम से जिले में चार खरीद केन्द्र स्थापित किए। इसके तहत हिण्डौन केवीएसएस द्वारा जिले हिण्डौन मंडी, सपोटरा,जीरौता तथा करौली केवीएसएस करौली मंडी में सरसों के साथ चना की भी खरीद होनी थी। लेकिन मार्च माह में चना की नई फसल की आवक पर ही भाव समर्थन मूल्य से 5440 रुपए प्रति क्विंटल अधिक खुले। ऐसे में चना लेकर आए किसान का रुख सरकारी कांटे के बजाय मंडी यार्ड में खुले बाजार की ओर बना हुआ है। ऐसे में खरीद केन्द्रों पर सरसों की ही तुलाई हो रही है। स्थिति यह है कि राजफैड की ओर से पोर्टल पर पंजीयन कराने वाले किसानों को एसएमएस पर तुलाई की तिथि का संदेश देने के बाद भर चना की आवक नहीं ही हुई। जिले की अ श्रेणी की कैलाश नगर कृषि उपज मंडी में चना का भाव 6350 से 6400 रुपए रहा। जो सरकार की ओर से तय समर्थन मूल्य से करीब 1000 रुपए अधिक था।

महज 32 किसानों ने कराया था पंजीयन

राजफैड़ की ओर से एमएसपी खरीद कर रही हिण्डौन केवीएसएस के खरीद केन्द्र प्रभारी सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि 22 मार्च से शुरू हुए राजफैड के पोर्टल पर नादौती व टोडाभीम सहित जिले में तीन केन्द्रों महज 32 किसानों ने चना बेचान का पंजीयन कराया था।

मंडी मेंं बिका 10 हजार क्विंटल चना
कृषि उपज मंडी व्यापार मंडल के महामंंत्री सौरभ बंसल व मंडी समिति के नीलामी प्रभारी पुष्पेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि शुरू आत से चने की अच्छी आवक हुई है। दो माह में मंडी में 10 हजार 380 क्विंटल चना आया है। अकेल अप्रेल माह में 6780 क्विंटल चना की आवक रही।

हर साल मंडी भाव से पिछड़ा समर्थन मूल्य
कृषि उपज मंंडी सूत्रों के अनुसार सरकार की ओर से हर साल चना के समर्थन मूल्य में इजाफा किया जाता है। लेकिन हर बार एमएसपी खुले बाजार के भावों से कम रहती है। वर्ष 2022-23में 5230 रुपए 2023-24 में 5335 व 2024-25 में चना का समर्थन मूल्य बढ़़ा कर 5440 रुपए प्रति क्विंटल किया गया।

फैक्ट फाइल

खरीद केंद्र पंजीकृत किसान तुलाई
करौली 00 00

हिण्डौन 03 नहीं

टोडाभीम 29 नहीं

नादौती 00 00

सपोटरा 00 00

जीरौता 00 00


कृषि मंडी में चना की आवक

वर्ष/माह क्विंटल
2021-22 8441
2022-23 4725
2023-24 1810
मार्च 24 450
अपे्रल 24 6780
18मई24तक 3150

इनका कहना है
पोर्टल पर चना का पंजीयन कराने वाले किसानों को तुलाई के लिए सूचित किया गया है। हालांकि मंडी में अभी चना के भाव एमएसपी से अधिक चल रहे हैं।
सुरेंद्र कुमार शर्मा, प्रभारी
समर्थन मूल्य खरीद केंद्र कृषि मंडी, हिण्डौनसिटी
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Published on:
20 May 2024 10:18 pm
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