Arbitrariness in Transport Nagar shifting
कटनी. शहर में ट्रांसपोर्ट कारोबार शहर की जनता के लिए नासूर बना हुआ है। गंभीर समस्या को देखते हुए 40 साल पहले जनता के नुमाइंदों और अफसरों ने ट्रांसपोर्ट नगर की परिकल्पना तैयार की। इसको तैयार होते, भूमि आवंटन कराते हुए कई साल का वक्त बीत गया। 2012 में 114 कारोबारियों को लीज पर प्लाट देते हुए यह अनुबंध हुआ कि शहर के कारोबारी एक साल के अंदर निर्माण कर पुरैनी में शिफ्ट होंगे। जनप्रतिनिधयों की मौन सहमति, अफसरों की बेपरवाही के चलते 14 साल बाद भी एक कारोबारी शिफ्ट नहीं हो पाया। नेता सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। वोट बैंक की राजनीति और श्रेय की होड़ में शहर की जनता पिस रही है। राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते शहर के नेता एकमत होकर जनता को राहत दिलाने पहल नहीं कर पा रहे।
अगस्त माह में नगर निगम द्वारा ट्रांसपोर्ट कारोबारियों को अंतिम नोटिस दिया गया। जवाब मांगा गया कि आप लोगों के द्वारा अनुबंध शर्तों का पालन नहीं किया गया। ऐसे में क्यों न आपकी लीज निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाए। इन नोटिसों के बाद से कारोबारियों में हडक़ंप मच गया और बचाव के लिए ट्रांसपोर्टरों ने फिर नेताओं के चक्कर लगाने शुरू कर दिए और परिणाम यह हुआ कि कार्रवाई की बजाय अब 60 दिन में निर्माण काम चालू कराने का शपथ पत्र लिया जा रहा है।
नगर निगम कर रहा यह तैयारी
लीज निरस्तीकरण की कार्रवाई के नगर निगम द्वारा पूर्व विधिक अभिमत लिया गया गया। इसके अलवा अनुबंध शर्तों के अनुसार मध्यास्थता की कार्रवाई कराई जा रही है। इसके बाद निरस्तीकरण की कार्रवाई होगी। हालांकि नगर निगम अपने ही निर्णय पर काम नहीं कर पा रही है। समय-सीमा समाप्त हो जाने के बाद भी अफसर कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे। दूसरी ओर नगर निगम सफाई और विद्युत व्यवस्था कराकर तैयारी करने का राग अलाप रहा है।
यह होंगे निर्माण
जानकारी के अनुसार ट्रांसपोर्ट नगर में सडक़ और नाली का निर्माण कराया जाना है। इसके अलावा स्ट्रीट लाइट लगाई जानी हैं। 8 लाख रुपए की सडक़, 7 लाख रुपए नाली और 7 से 8 लाख रुपए से विद्युतीकरण कराया जाना है। बिजली विभाग वाले भी काम करा रहे हैं। नगर निगम में फाइल स्वीकृत होते ही काम आगे बढ़ेगी। टेंडर की कार्रवाई की जा रही है। एक माह के अंदर निर्माण कार्य कराए जाने पहल होगी।
15 लोग कर रहे निर्माण
उल्लेखनीय है कि पुरैनी स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में 226 भूखंड हैं। इनमें से 114 ट्रांसपोर्ट कारोबारियों को प्लाट आवंटित किए गए हैं। 102 लोगों ने रजिस्ट्री करा ली है। 124 प्लाट अभी भी खाली पड़े हैं, जिनके आवंटन में गाइड लाइन का अड़ंगा है। ट्रांसपोर्टर व ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की मांग है कि कारोबारियों को नो प्रॉफिट नो लॉस की तर्ज पर आवंटन किया जाए, लेकिन नगरीय प्रशासन ने पूर्व में यह प्रस्ताव को नहीं माना और कलेक्टर गाइड लाइन के अनुसार ही आवंटन करने की बात कही है। अब इसको लेकर कारोबारी सांसद वीडी शर्मा, प्रभारी मंडी उदय प्रताप सिंह, सीएम डॉ. मोहन यादव से मिलकर अपनी बात रख चुके हैं, लेकिन कोई सार्थक परिणाम सामने नहीं आए। बता दें कि ट्रांसपोर्ट नगर में कुछ कारोबारियों द्वारा निर्माण किए जा रहे हैं। यहां पर लगभग 40 निर्माण कार्य हो गए हैं। 15 ट्रांसपोर्टरों द्वारा काम कराए जा रहे हैं।
जनता दे रही दुहाई…
विकास के मामले में कटनी शहर के आसपास के जिले काफी आगे बढ़ गए हैं। शहर के पिछडऩे के कारण लोग पीड़ा तो सह रहे हैं, लेकिन आक्रोश भी पनप रहा है। लोगों का कहना कि रीवा, सतना, उमरिया, दमोह, पन्ना आगे हो गए हैं। कटनी का कोई धनीधोरी रही हैं। घोषणाएं होती हैं, योजनाएं बनती हैं, लेकिन नेता अमल नहीं करा पा रहे। कुछ छुटपुट योजनाओं को गिनाकर सिर्फ वाहवाही बटोर रहे हैं।
वर्जन
अनुबंध शर्तों का पालन न करने पर ट्रांसपोर्ट कारोबारियों को नोटिस जारी किया गया था। कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। ट्रांसपोर्ट नगर में भी व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जा रही हैं। कुछ कार्य होना शेष हैं, उनको भी कराया जाएगा। शीघ्र ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट हो, इसके लिए पहल जारी है।
शिशिर गेमावत, प्रभारी आयुक्त नगर निगम।