कटनी

खराब इंजीनियरिंग का नमूना: हाइवे की बजाय फ्लाई ओवर पर चढ़ रहे वाहन, बीच रास्ते से वापस लौट रहे

रॉंग साइड पर दौड़ रही गाडिय़ां, जबलपुर से कटनी आने पर शहर के लिए ब्रिज पर करना होता है प्रवेश, गफलत में गलत रास्ते पर चढ़ रहे वाहन, दो युवकों की हाल ही में हुई थी मौत

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Aug 16, 2025
Bad engineering sample bypass

कटनी. करोड़ों की लागत से बनाए गए कटनी बाइपास पर एनएचएआई अफसरों की खराब इंजीनियरिंग का खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। यहां संभवत: पहला ऐसा फ्लाईओवर बना है, जिसमें चढकऱ वाहन चालकों को शहर की सडक़ में प्रवेश करना होता है। जबकि अन्य शहरों में आमतौर पर फ्लाईओवर शहर से बाहर जाने के लिए होते हैं। इसी गफलत के कारण प्रतिदिन यहां सैकड़ों वाहन हाइवे की सडक़ की बजाय शहर में प्रवेश करने के लिए बने फ्लाईओवर पर चढ़ जाते हैं। कुछ दूर जाकर उन्हें अपनी गलती का अहसास होता है तो फिर वाहन लौटकर आते हैं। इसी तरह की स्थित सीधे जा रहे हाइवे पर बनती है। कुछ दूर जाकर फिर वाहन वापस होता है और रॉंग साइड पर दौड़ते हुए फ्लाईओवर तक पहुंचता है। अफसरों की इस लापरवाही के कारण गत दिवस दो युवक भी गफलत में हादसे का शिकार हो गए थे और मौके पर ही उनकी मौत हो गई है। जबलपुर से कटनी प्रवेशस्थल पर हुई गंभीर चूक के कारण लोगों की जान जाना शुरू हो गई है। हैरानी की बात तो यह है कि फ्लाईओवर और बाइपास के नवनिर्माण को उपलब्धी बताने वाले जनप्रतिनिधि भी हाइवे पर हुई इस गंभीर चूक पर बेबस नजर आ रहे हैं। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन भी प्रतिदिन रॉंग साइड पर दौड़ रहे वाहनों को लेकर अबतब वैकल्पिक व सुरक्षा इंतजाम नहीं कर सका है।

ऐसा बना है नया बाइपास

जानकारी के अनुसार हाइवे पर जबलपुर से आकर कटनी शहर के बाहर से होते हुए सतना हाइवे रोड तक पहुंचने के लिए हाल ही में करोड़ों की लागत से एनएचएआई ने बाइपास का नवनिर्माण कराया है। श्रीजी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बाइपास का निर्माण किया गया है। इसके तहत बाइपास मार्ग को चौड़ा करते हुए कई स्थानों पर फ्लाईओवर बनाए गए हैं। ऐसा ही एक फ्लाईओवर पीरबाबा के समीप बाइपास पर कटनी शहर में प्रवेश करने के लिए बनाया गया है, जिसके कारण गफलत हो रही है।

इसलिए भटक रहे वाहन, हो रहे हादसे

पूर्व में जबलपुर से कटनी शहर आने के लिए वाहन चालकों को पुराने हाइवे से आकर राइड हैंड पर टर्न करते हुए शहर का मार्ग मिलता था। अब यहां इस टर्निंग मार्ग को बंद कर दिया गया है। हाइवे को सीधे निकालते हुए शहर में प्रवेश करने के लिए फ्लाईओवर बनाया गया है। मतलब यह है कि सीधे हाइवे से कटनी की ओर आ रहे वाहनों को शहर में प्रवेश करने के लिए फ्लाईओवर में चढऩा पड़ता है और शहर में न आने वाले वाहनों को सीधे ही गुजर जाना होता है। यही यहां गफलत की मुख्य वजह है।

प्रतिदिन सैकड़ों वाहन गलत साइड घुस रहे

जानकारी के अनुसार फ्लाईओवर व हाइवे मार्ग में गफलत होने के कारण प्रतिदिन यहां सैकड़ों वाहन गलत रास्ते पर जा रहे हैं। इसके चलते अचानक वाहन हाइवे पर रुकते है और फिर बैक या टर्न होकर वापस सही रास्ते तक पहुंचते हैं। इसके कारण तेज रफ्तार वाहनों से ऐसे वाहनों का टकराने का खतरा बढ़ जाता है। रात के समय यह समस्या और अधिक हो जाती है।

दो युवकों की मौत की यह है वजह

छह जुलाई को इसी स्थान पर एक हादसा हुआ, जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इसका कारण भी खराब इंजीनियरिंग का नमूना फ्लाईओवर बना। दरअसल ग्राम उबरा थाना बरही निवासी आदित्य चतुर्वेदी पिता रामकिशोर (27) और शुभांग मिश्रा पिता ब्रिजेश मिश्रा (26) दो पहिया वाहन से जबलपुर की ओर से आ रहे थे। उन्हें सतना बाइपास की ओर जाना था लेकिन गलती से ब्रिज पर चढऩे आगे बढ़ गए। उन्हें गलती का अहसास हुआ तो अचानक उन्होंने वाहन मोड़ा और इसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार से आए ट्रक ने दोनों को रौंद दिया।

बोर्ड लगाकर कर दी खानापूर्ति

गफलत के कारण रांग साइड पर दौड़ रहे वाहनों को रोकने के लिए प्रशासन और एनएचएआई के अधिकारी भी गंभीर नहीं है। आलम यह है कि यहां मात्र एक छोटा सा संकेतक लगा दिया गया है, जिसे रात के समय देखना भी मुश्किल हो जाता है। हालाकि पुलिस विभाग द्वारा यहां हादसे रोकने के लिए प्लानिंग की जा रही है लेकिन अबतक मौके पर कोई कार्य नहीं कराया गया है।

मनमानी पार्किंग, नहीं दिखा फ्लाईओवर

जबलपुर से कटनी ओर आने के दौरान फ्लाईओवर के समीप ही मनमानी पार्किंग भी गफलत की एक वजह बन रही है। यहां मनमाने तरीके से ट्रक खड़े कर दिए जाते है जिससे चारपहिया वाहन चालकों को फ्लाईओवर दिखना बंद हो जाता है। रात के समय यह समस्या और बढ़ जाती है।

इनका कहना
पीरबाबा बाइपास के समीप फ्लाईओवर व हाईवे पर वाहन गलत साइड पर जा रहे है, इसकी जानकारी मिली है। यह बड़ी वजह फ्लाईओवर के समीप हो रही मनमानी पार्किंग है। जिला प्रशासन के सहयोग से यह पार्किंग बंद कराई जाएगी, जिससे वाहन सही दिशा में चल सकें।
आनंद कुमार, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई

यह बात सही है वाहन गफलत की वजह से गलत रूट पर जा रहे है। इस समस्या से निपटने के लिए प्लानिंग की गई है। डिवाइडर का स्थान बढ़ाते हुए अधिक दूरी से ही वाहन चालकों को फ्लाईओवर नजर आए, इसके प्रयास किए जाएंगे। सूचना पटल भी बड़े साइज का लगवाया जाएगा।
अभिनय विश्वकर्मा, एसपी

Published on:
16 Aug 2025 08:55 pm
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