ठेकेदार को जारी किया गया वर्क ऑर्डर, 2 वर्ष में होगा काम पूरा, 56 हजार घरों तक पाइपलाइन से पानी पहुंचाने का लक्ष्य, 7 ओवरहेड टैंक का होगा निर्माण और नई डाली जाएगी पाइपलाइन
कटनी. शहर में लंबे समय से चली आ रही शुद्ध और पर्याप्त पेयजल की समस्या को हल करने के लिए नगर निगम ने एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। 52.53 करोड़ रुपए की लागत से प्रस्तावित अमृत 2.0 वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट को शासन स्तर पर एसएलटीसी (स्टेट लेवल टेक्निकल कमेटी) से स्वीकृति मिल गई है। अब नगर निगम द्वारा गुजरात की एक कंपनी को टेंडर आवंटित कर वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया है। 50 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनने वाले इस स्टॉप डेम कम बैराज प्रोजेक्ट को जिला स्तरीय समिति के बाद अब भोपाल मुख्यालय से भी हरी झंडी मिल गई है। 289 लाख रुपए योजना के बाद अगले 5 वर्षों तक रखरखाव (मेंटेनेंस) में खर्च किए जाएंगे। कुल परियोजना लागत 52.53 करोड़ रुपए है। कार्य की समय सीमा 2 वर्ष निर्धारित की गई है। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि अमृत 2.0 योजना कटनी की जीवनरेखा साबित होगी।
फिलहाल कटनी शहर में पेयजल की आपूर्ति 23-24 एमएलडी पानी है, जबकि वास्तविक आवश्यकता 35-40 एमएलडी है। इस वजह से शहर के 45 वार्डों में जल संकट बना रहता है। नई योजना के तहत कटायेघाट से लेकर मसुसरहा घाट तक कहीं पर नदी पर स्टॉप डेम बनाया जाएगा, जिससे जल उपलब्धता बढ़ेगी। गर्मी के मौसम में स्थिति और विकट हो जाती है। जल संकट की समस्या को देखते हुए नगर निगम ने यह महत्वाकांक्षी योजना बनाई।
कार्यपालन यंत्री सुधीर मिश्रा के अनुसार इस योजना में स्टॉप डेम का निर्माण कटनी नदी पर होगा। 7 किलोमीटर लंबी मुख्य पाइपलाइन डाली जाएगी। 130 किलोमीटर लंबी सप्लाई लाइन वार्ड स्तर तक बिछाई जाएगी। 40 किलोमीटर राइजिंग मेन पाइपलाइन का निर्माण होगा। 7 ओवरहेड टैंक बनाए जाएंगे, जिनकी कुल क्षमता 6460 किलोलीटर होगी। 2040 मीटर डाया पाइप डाला जाएगा। पुराने हो चुके पाइपलाइन नेटवर्क को बदला जाएगा। फिल्टर प्लांट से लेकर सिविल लाइन और पंप हाउस तक पाइपलाइन का विस्तार होगा।
इस योजना को सन 2055 तक शहर की आबादी लगभग 3 लाख 79 हजार 930 को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। 56 हजार से अधिक घरों तक पाइपलाइन से पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही 3 हजार नए कनेक्शन भी दिए जाएंगे। प्रत्येक नागरिक को 135 एलपीसीडी (लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन) पानी उपलब्ध कराने का मानक रखा गया है।
इस योजना के पूरा होने से कटनी शहर के निवासियों को शुद्ध और पर्याप्त पानी की आपूर्ति होगी। लंबे समय से चली आ रही पेयजल समस्या का स्थायी समाधान होगा।गर्मियों में टैंकरों पर निर्भरता कम होगी। नागरिकों को घर-घर नल से पानी उपलब्ध होगा। महिलाओं और बुजुर्गों को पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
पिछली नगर सरकार ने जलकर की राशि बढ़ाते हुए 24 घंटे पानी की सप्लाई का वादा किया था, लेकिन यह संभव नहीं हो पाया। अब अमृत 2.0 योजना से उम्मीद है कि कटनी शहर को स्थायी समाधान मिलेगा। हालांकि जबतक शहर की जीवन दायनी कटनी नदी में नर्मदा का पानी नहीं आ जाता, तबतक शहरवासियों की पूरी तरह से समस्या हल नहीं होगी।
वर्जन
अमृत 2.0 के तहत वॉटर सप्लाई योजना की टेंडर प्रक्रिया के बाद ठेकेदार को वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया है। हमारा उद्देश्य शहर के प्रत्येक घर तक पर्याप्त और शुद्ध पेयजल पहुंचाना है। 2 वर्षों में यह काम पूरा कर लिया जाएगा। यह योजना शहरवासियों के लिए राहत की सांस लाएगी।
नीलेश दुबे, आयुक्त नगर निगम।