बुआ के घर में जीवन यापन कर रही बेटी, शिकायत पर पहुंची नगर निगम की टीम, नहीं खाली हो पाया मकान
कटनी. जिले में आदिवासियों की जमीनों के खरीद-फरोख्त का मामला सुर्खियों में है, इसी बीच शहर में नगर निगम द्वारा एक आदिवासी को दिलाए गए प्रधानमंत्री आवास को बिचौलियों ने फर्जी तरीके से खरीद-फरोख्त कर कब्जा कर लिया है। हैरानी की बात तो यह है कि जिस दंपत्ति को पीएम आवास का लाभ मिला था, उनकी मौत हो गई है। छोटी बच्ची घर में रह रही थी, लेकिन उसे बेघर कर दिया गया और उसके मकान में ताला डाल दिया गया है। शिकायत के बाद बुधवार शाम नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और जांच की है, लेकिन अभी बेटी को मकान में कब्जा नहीं मिला है।
जानकारी के अनुसार शहर के पं. दीनदयाल उपाध्याय वार्ड में तिलक कॉलेज रोड पर स्थित खसरा नंबर 700/1 में जो कि शासकीय आबादी है। यहां पर सुनीता पति शंकर कोल को 2018 में प्रधानमंत्री आवास योजना की स्वीकृति मिली थी। पीएम आवास बनवाकर दंपत्ति ने तैयार किया, लेकिन कुछ साल पहले दोनों की मौत हो गई। सुनीता व शंकर की एक 17 वर्षीय बेटी अपने एक रिश्तेदार के साथ मकान में रह रही थी, जिसे अब बेघर होना पड़ा है।
पीडि़त बच्ची सोनम कोल ने बताया कि वह घर में रह रही थी। आरोप है कि आर्यन कपूर, दुर्गेश कपूर नामक व्यक्ति द्वारा उसके पीएम आवास वाले बने मकान को अपना बताया जा रहा है। कह दिया गया है कि उसने मकान खरीद लिया है। उसके मकान में ताला डाल दिया गया है। अब बेटी बाजू में बने अपने बुआ के घर में रह रही है। पीडि़ता ने कहा कि बुआ-फूफा आकर अपने मकान में रहेंगे तो हम कहां जाएंगे। बेटी ने कहा कि दुर्गेश कपूर द्वारा कब्जा कर लिया गया है। मकान खाली नहीं हो रहा है। उसने कहा कि नगर निगम में शिकायत की है, लेकिन मकान में कब्जा नहीं दिलाया गया।
स्थानीय निवासी उमेश कुमार ने बताया कि इस सुनीता व शंकर की मौत के बाद उनकी बेटी अपने नाना के साथ घर में रह रहे थे, लेकिन अब वह बेघर हो गई है। नाना घर के बाहर गृहस्थी का सामन लेकर पड़ा है। वृद्ध ने कहा कि कपूर द्वारा उसे बाहर निकाल दिया गया है। उमेश ने कहा कि एक बार पूर्व में भी कब्जा हुआ था तो नगर निगम की टीम ने आकर खाली करा दिया था, लेकिन अब फिर कुछ भू-माफियाओं के द्वारा सरकारी जमीन में बने गरीब के मकान को कब्जा कर दुकानें बनाई जा रही हैं। बुधवार को फिर नगर निगम की टीम जांच करने पहुंची थी।
स्थानीय लोगों ने शासकीय जमीन में बने पीएम आवास में हो रहे कब्जे की शिकायत की तो बुधवार शाम को नगर निगम से अतिक्रमणदस्ते की टीम पहुंची। इस दौरान कब्जाधारी से चर्चा की तो कब्जाधारी कहने लगा कि उसने जमीन नहीं खरीदी, लेकिन इसका केस चल रहा है, लेकिन नगर निगम की टीम को कई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। बताया जा रहा है कि कब्जाधारी ने किसी दूसरे व्यक्ति के नाम से उस जमीन को खरीदना बताया है। आदिवासियों की जमीन के साथ अब उनके आशियाने के भी खरीद-फरोख्त की जा रही है।
यदि पीएम आवास में कब्जा किया गया तो इसपर कार्रवाई होगी। इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई होगी।