कटनी

शिक्षक के ट्रांसफर पर बवाल: स्कूल का प्रभार लेने तैयार नहीं कोई शिक्षक, एक ने कहा कर लेंगे सुसाइड!

problem regarding transfer of teacher

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Mar 05, 2025
problem regarding transfer of teacher

अजब मनमानी: सिर पर परीक्षाएं, अधिकारियों ने स्कूल को बना दिया राजनीति का अखाड़ा, जोबा स्कूल में पुराने प्रभारी को हटाकर नए शिक्षक को किया अटैच, ग्रामीणों ने शुरू किया विरोध

कटनी. विकासखंड कटनी के कन्हवारा संकुल केंद्र अंतर्गत स्थित शासकीय प्राथमिक शाला जोबा में शिक्षा विभाग के प्रशासनिक फैसले को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। परीक्षा के दौरान यहां के पुराने प्रभारी शिक्षक को हटाकर अचानक नए शिक्षक जयप्रकाश वैद्य को अटैच करने का आदेश जारी कर दिया गया, जिससे शाला प्रबंधन समिति (एसएमसी) के पदाधिकारी और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। संकुल प्रचार्य कन्हवारा के निर्णय से ग्रामीण बिल्कुल भी सहमत नहीं हैं।
सोमवार को बीईओ कार्यालय पहुंचकर एसएमसी अध्यक्ष व सदस्यों ने इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई और नए पदस्थ शिक्षक का जमकर विरोध किया। ग्रामीणों का आरोप है कि जिस शिक्षक को ब्लॉक अधिकारियों के मौखिक आदेश पर पदस्थ किया गया है, वह पहले भी कई विवादों में रह चुका है और उसके कारण विभाग को कई बार शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है।

यह है मामला
ग्रामीणों ने शिकायत में कहा कि जब अनिल कुमार भालेकर बीते आठ महीनों से स्कूल संचालन को बेहतर तरीके से संभाल रहे थे, तो फिर परीक्षा के बीच में अचानक उनका स्थानांतरण करना बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है। यदि इस निर्णय को वापस नहीं लिया गया, तो पालक और ग्रामीण धरने पर बैठने के लिए मजबूर होंगे। पहले से बनी स्थिर व्यवस्था को परीक्षा के बीच में बिगाड़ा जा रहा है। शिक्षक अनिल कुमार भालेकर आठ महीने से सफलतापूर्वक स्कूल चला रहे थे, फिर अचानक बदलाव क्यों किया जा रहा है।

नए शिक्षक का विवादित रिकॉर्ड
ग्रामीणों का आरोप है कि जिन्हें भेजा गया है, उनका पूर्व का आचरण संदेहास्पद रहा है, जिससे विद्यालय की छवि खराब हो सकती है। बच्चों की परीक्षाओं पर असर पड़ेगा। परीक्षा के समय शिक्षकों का बदलना पढ़ाई और परीक्षा परिणामों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ग्रामीणों को यह नहीं बताया गया कि अचानक यह फैसला क्यों लिया गया, जिससे संदेह बढ़ रहा है कि यह सिर्फ राजनीतिक हस्तक्षेप का नतीजा है। ग्रामीणों का कहना है कि जोबा स्कूल 2 के शिक्षक का ट्रांसफर होने के बाद खमतरा से अनिल कुमार भालेकर को भेजकर व्यवस्था बनाई गई थी। अब जब सब कुछ सुचारु रूप से चल रहा था, तो परीक्षा के समय एक और बदलाव करना कहीं न कहीं गड़बड़ी की ओर इशारा कर रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि यह निर्णय वापस नहीं लिया गया तो वे धरना-प्रदर्शन करेंगे और जरूरत पड़ी तो विद्यालय में ताला भी डाल सकते हैं।

राशि लैप्स होने से बचाने निर्णय
इस मामले को लेकर विकायखंड शिक्षा अधिकारी धनश्री जैन का कहना है कि यह मामला मेरे संज्ञान में है। खमतरा स्कूल में कोई भी शिक्षक प्रभार लेने को तैयार नहीं है। 1 से 8 तक के स्कूल के अकाउंट में शाला संचालन के लिए रुपए हैं। यदि कोई प्रभारी नहीं होगा तो वह राशि मार्च में लैप्स हो जाएगा। एक शिक्षक द्वारा प्रभार न लेने पर दो वेतनवृद्धि रुकवा दी गई है, इसके बाद भी व्यवस्था नहीं बन रही है। स्थिति यहां तक आ बनी है कि दूसरे शिक्षक प्रभार लेने की बात कहने पर सुसाइड करने की धमकी दे रहे हैं। खमतरा स्कूल में कोई शिक्षक प्रभार नहीं ले रहा है। पूर्व प्रभारी भालेकर को वापस भेजा गया है, उनके स्थान पर दूसरे शिक्षक को भेजा जा रहा है। ग्रामीणों को एक माह तक शिक्षक को रखने के लिए समझाइश दी गई है।

वर्जन
इस मामले को दिखवाया जाएगा। अचानक क्यों शिक्षक को हटाया गया इसकी जानकारी नहीं है। खमतरा स्कूल में जो भी शिक्षक नौकरी कर रहे हैं उनको प्रभार लेना पड़ेगा। विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बीआरसी व संकुल प्राचार्य से चर्चा कर समस्या का समाधान कराया जाएगा।
पीपी सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी।

Published on:
05 Mar 2025 08:54 pm
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