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कटनी. ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने की दिशा में प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना एक क्रांतिकारी पहल है, बशर्ते मैदानी स्तर पर सही अमल हो। पर्यावरण संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने वाली यह योजना न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की जरूरतों को पूरा करेगी, बल्कि सतत विकास की दिशा में आगे बढ़ाएगी। कटनी जिले में इसके तहत 165 सरकारी भवनों और एक गांव को सौर ऊर्जा से रोशन किया जाएगा। यह पहल ग्रामीण भारत को हरित ऊर्जा से जोडऩे और स्मार्ट विलेज की अवधारणा को साकार करने की एक अनूठी मिसाल पेश करेगी…।
जिले में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए 165 सरकारी भवनों और एक गांव को सौर ऊर्जा से बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना के तहत जिला प्रशासन ने आदर्श सौर ग्राम विकसित करने का प्रस्ताव रखा है। इसके लिए पांच गांवों का चयन किया गया है, जिनमें से जिला समिति द्वारा राज्य को एक गांव का नाम प्रस्तावित किया जाएगा। यह पहल ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत आदर्श सौर ग्राम विलेज के लिए पांच गांव चयनित किए गए हैं। इनमें बिलहरी, बड़वारा, स्लीमनाबाद, रीठी, बहोरीबंद शामिल है। कलेक्टर की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा एक गांव का चयन कर राज्य स्तर पर भेजा जाना है। इस योजना के तहत उसी गांव का चयन होगा जहां पर उपभोक्ता बिजली बिल समय पर जमा कर रहे हों, बिजली की चोरी न कर रहे हों, जागरूक उपभोक्ता अधिक हों, ऐसे गांव का नाम शासन के पास भेजा जाएगा।
सौर ऊर्जा के फायदे
पर्यावरण संरक्षण: सौर ऊर्जा के उपयोग से प्रदूषण में कमी आएगी, यह ऊर्जा उत्पादन का स्वच्छ स्रोत है, जिससे कार्बन उत्सर्जन नहीं होता।
लंबी अवधि में लागत बचत: एक बार सौर ऊर्जा पैनल लगाने के बाद लंबे समय तक मुफ्त बिजली मिलती है, पारंपरिक ऊर्जा स्रोत की तुलना में रखरखाव खर्च कम होता है।
स्मार्ट गांव का निर्माण: आदर्श सौर ग्राम बनने से ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट तकनीक का प्रवेश होगा, बिजली की उपलब्धता से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार होगा।
ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा: इस योजना से नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग बढ़ेगा, ग्रीन एनर्जी से ऊर्जा आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन मिलेगा।
शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार: सरकारी भवनों और स्कूलों में सौर ऊर्जा के उपयोग से बिजली की निर्बाध आपूर्ति होगी, ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा उपकरण सुचारू रूप से चल सकेंगे।
आदर्श सौर ग्राम से मिलेगा यह संदेश
इस योजना के अंतर्गत बनने वाला आदर्श सौर ग्राम अन्य गांवों के लिए एक मॉडल बनेगा। ग्रीन एनर्जी से न केवल बिजली की जरूरतें पूरी होंगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक सुधार का नया रास्ता खुलेगा। यह योजना पूरे जिले में सौर ऊर्जा की क्षमताओं को उजागर करने में मदद करेगी और क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाएगी।
यह होगी पहल
165 शासकीय भवन हुए हैं चिन्हित
इस योजना के लिए शहरी क्षेत्र सहित जिले के भवनों को सौर ऊर्जा से रोशन किया जाना है। इस योजना के लिए अबतक बिजली कंपनी ने 165 भवन चिन्हित किए हैं, जिनमें सर्वे की प्रक्रिया पूरी कराई गई है। शीघ्र ही इन शासकीय भवनों में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए कवायद शुरू होगी।
यह रखी गई है क्षमता
जानकारी के अनुसार शासकीय भवनों में 5 किलोवाट से लेकर 10 किलोवाट क्षमता के ऊपर का सोलर पैनल लगेगा, ताकि कार्यालय में खपत होने वाली बिजली की पर्याप्त उपलब्धता हो सके। इसके अलावा व्यक्तिगत घरों में 2 किलोवाट व उससे अधिक के पैनल लगेंगे। लोगों की डिमांड के अनुसार कंपनी घरों में पैनल लगाकर बिजली पहुंचाने का काम करेगी।
अबतक हो चुकी है यह पहल
जिले के लिए खास बात यह है कि अबतक बड़ी संख्या में लोगों ने घरों ें सौर ऊर्जा से बिजली तैयार करने का काम किया है। जिले में अभी तक 558 व्यक्तिगत कनेक्शन हो चुके हैं। लोगों के घरों में सौर ऊर्जा से रोशन हो रही है। इससे न सिर्फ उन्हें हर समय बिजली मिल रही है बल्कि बिजली बिल के भार में भी कमी आई है।
फैक्ट फाइल
वर्जन
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत 165 सरकारी भवनों में सौर ऊर्जा सिस्टम लगाया जाना है, जिनका सर्वे हो चुका है। इसके अलावा एक आदर्श सौर ग्राम विलेज बनाया जाना है। पांच गावों में से एक का चयन होना है। जनवरी माह में बैठक कर गांव चयनित किया जाएगा। सौर ऊर्जा सिस्टम से प्रदूषण मुक्त बिजली मिलेगी व ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा मिलेगा।
श्रीराम पांडेय, अधीक्षण यंत्री बिजली विभाग।