छात्राओं को डिजिटल शिक्षा की मिलेगी विशेष सुविधा, 4-4 लाख की लागत से होगा निर्माण
कटनी. जिले की बालिका शिक्षा को डिजिटल रूप देने की दिशा में शिक्षा विभाग द्वारा अच्छी पहल की जा रही है7 जिले के 6 कन्या छात्रावासों में स्मार्ट क्लासें तैयार की जाएंगी, जिससे छात्राओं को आधुनिक तकनीक के साथ पढ़ाई का अवसर मिल सकेगा। इन स्मार्ट क्लासों में डिजिटल बोर्ड, प्रोजेक्टर, ई-कंटेंट और हाईस्पीड इंटरनेट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। स्मार्ट क्लास का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा और आगामी कुछ दिपसें में इन छात्रावासों में स्मार्ट क्लासें पूरी तरह तैयार होकर संचालन में आ जाएंगी। विभागीय निरीक्षण के बाद तकनीकी उपकरणों की स्थापना की जाएगी। यह योजना न केवल शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाएगी, बल्कि छात्राओं को आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से सक्षम भी बनाएगी। शिक्षा विभाग द्वारा भुड़सा, विजयराघवगढ़, स्लीमनाबाद, पहाड़ी, सिलौड़ी और रीठी के कन्या छात्रावासों को इस योजना में शामिल किया गया है। प्रत्येक छात्रावास में स्मार्ट क्लास तैयार करने के लिए 4-4 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है।
स्मार्ट क्लास के माध्यम से रीठी, सिलौड़ी और पहाड़ी छात्रावास की 150-150 छात्राएं लाभान्वित होंगी, जबकि भुड़सा, विजयराघवगढ़ और स्लीमनाबाद की 200-200 छात्राओं को यह सुविधा मिलेगी। इस प्रकार कुल 1,050 छात्राएं स्मार्ट क्लास की सुविधा का लाभ उठा सकेंगी।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, स्मार्ट क्लास बनने से छात्राओं की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। अब वे वीडियो, एनिमेशन और इंटरएक्टिव कंटेंट के माध्यम से विषयों को बेहतर ढंग से समझ सकेंगी। यह पहल ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों की छात्राओं के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो सकती है।
केके डहेरिया, डीपीसी ने कहा कि जिले के छह छात्रावासों में स्मार्ट क्लास बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार कराया गया है। संबंधित छात्रावास प्रभारियों को आवश्यक तैयारी के लिए निर्दश दिए गए हैं। कन्या छात्रावासों में स्मार्ट क्लास बन जाने से छात्राओं को डिजिटल माध्यम से पढ़ाई में बड़ी सहायता मिलेगा।