लोन दिलाने के नाम पर महिलाओं से किश्तें वसूलीं, खाते में जमा नहीं किए पैसे, ठगी का शिकार बनीं कर्जदार
कटनी. शहर और उपनगरीय इलाकों में चिटफंड कंपनियों का जाल लगातार लोगों को लूट रहा है। एक ओर जल्दी पैसा दोगुना करने का लालच, तो दूसरी ओर आसान लोन के वादों में फंसाकर आमजन को आर्थिक रूप से बर्बाद किया जा रहा है। हाल ही में कोतवाली थाना क्षेत्र में सामने आई ठगी की घटना के बाद अब माधवनगर थाना क्षेत्र में भी चिटफंड कंपनी की ठगी का मामला उजागर हुआ है। यह मामला भारत फाइनेन्सिलय इनक्लूजन दद्दा धाम से जुड़ा है, जहां झिंझरी चौकी क्षेत्र की करीब 80 महिलाओं से करीब 19 लाख रुपए की ठगी की गई है। पुलिस ने कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक पुलिस-प्रशासन ऐसी फर्जी वित्तीय संस्थाओं पर शिकंजा कसने में तत्पर नहीं होगा, तब तक आम लोगों की मेहनत की कमाई ऐसे ही लुटती रहेगी।
झिंझरी चौकी प्रभारी प्रियंका राजपूत के अनुसार, कंपनी ने महिलाओं का समूह बनाकर उन्हें लोन दिलवाया था। हर महिला से किस्तों में रकम वसूली गई, लेकिन कंपनी के कर्मचारी इन पैसों को कंपनी के बैंक खाते में जमा न कर स्वयं के उपयोग में खर्च करते रहे। महिलाओं को यह जानकारी नहीं थी, और वे यह मानकर किश्तें भरती रहीं कि उनका लोन चुकता हो रहा है। समय बीतने पर जब कंपनी के कर्मचारी पुन: किश्त वसूली के लिए पहुंचे, तब महिलाओं ने आपत्ति जताई। जांच करने पर खुलासा हुआ कि जमा की गई राशि कभी कंपनी के खाते में गई ही नहीं। इस खुलासे के बाद महिलाओं में आक्रोश फैल गया और जयहिन्द राजभर निवासी दद्दा धाम ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने आरोपी आशू यादव, अभिषेक श्रीवास्तव और शिवम शर्मा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 316(5), 3(5) बीएनएस, 420, 409, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। सभी आरोपियों की तलाश जारी है। सूत्रों की मानें तो शहर सहित ग्रामीण इलाकों में चिटफंड कंपनियां लगातार अपनी पकड़ बना रही हैं। आर्थिक रूप से कमजोर और अशिक्षित वर्ग को इन कंपनियों के झांसे में फंसाकर लूट का शिकार बनाया जा रहा है। न प्रशासन की ओर से सख्ती दिख रही है, न ही ऐसी कंपनियों पर समय रहते कार्रवाई हो पा रही है।
इण्डस इंड बैंक की शाखा भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन लिमिटेडके ब्रांच मैनेजर अंकित चौरसिया द्वारा धोखाधड़ी कोतवाली क्षेत्र में की गई है। वसूली बैंक के कर्मचारी विवेक कुमार निवासी गैतरा, अर्जुन पटेल निवासी गोसलपुर जबलपुर व विजय प्रजापति निवासी बेलखेड़ा जबलपुर करते थे। महिला समूहों से लोन के एवज में 27 फरवरी 2024 से 13 जनवरी तक लोन की किस्तों की वसूली की है। प्री प्रेमेंट के नाम पर महिलाओं के अंगूठा लगवाकर उनके खातों से भी राशि अपने खातों में ट्रांसफर की लेकिन बैंक को राशि जमा नहीं की। तीनों कर्मचारियों ने करीब 34 लाख 49 हजार रुपए बैंक लोन व 80 महिलाओं के खाते के हड़प लिए। आरोपियों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए पुलिस जांच कर रही है। हालांकि अबतक पीडि़तों को कोई राहत नहीं मिली।