CG News: कवर्धा शहर के तालाब किनारे बड़ी मात्रा में सरकारी सप्लाई वाली दवाइयां जली अवस्था में मिली है। अब सवाल उठता है कि ये सरकारी दवाई यहां पर आई कहां से, कौन लाया, किसने फेंका, जांच का विषय है।
CG News: छत्तीसगढ़ के कवर्धा शहर के तालाब किनारे बड़ी मात्रा में सरकारी सप्लाई वाली दवाइयां जली अवस्था में मिली है। अब सवाल उठता है कि ये सरकारी दवाई यहां पर आई कहां से, कौन लाया, किसने फेंका, जांच का विषय है। नगर के बड़े मंदिर स्थित तालाब के किनारे ये दवाई (सिरप)जली अवस्था में मिली है, जबकि इनकी एक्सपायरी डेट पूरी नहीं हुई है।
अभी छह माह से ज्यादा का समय बचा हुआ है, बावजूद इसके इन्हें फेंक दिया गया। या यूं कहें कि जलाकर नष्ट करने की कोशिश की गई है। आखिर क्यों इस तरह की हरकत की गई होगी। ये दवाई केवल सरकारी सप्लाई होती है। स्वास्थ्य केंद्रों में ही इसका उपयोगकरता है, जो मुत में लोगों को बांटा जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि इतनी मात्रा में ये सरकारी दवाई बाहर कैसे आई। इस पूरे मामले के जांच का विषय है।
अब तक घने जंगल में स्वास्थ्य विभाग सरकारी दवाइयों को फेंकता है, ऐसी शिकायतें मिलती रहती थी, लेकिन अब इतने बैखौफ हो गए हैं कि जिला मुख्यालय में ही सरकारी सप्लाई वाली दवाई जलाई जा रही है। वो भी स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचे, आखिर ये सरकारी दवाई आई कहां से, कहां सप्लाई हुई थी।
किस स्वास्थ्य केन्द्र का है, किसने किया, कौन लाया होगा। कई तरह के सवाल है। दरअसल ये दवाई आम लोगों को नहीं मिल सकता, वो भी इतने मात्रा में एक तो बॉटल या स्टीप हो तो समझ आता है। बड़ी मात्रा में दवाईयों को जलाना समझ से परे है।