Mountaineer Ankita Gupta: अंकिता गुप्ता सिर्फ पर्वतों को नहीं चढ़ रहीं, बल्कि वे उम्मीदों, आत्मविश्वास और देशभक्ति की ऊंचाइयों को छू रही हैं। उन्होंने यह दिखा दिया है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो कोई चोटी बहुत ऊंची नहीं होती।
Mountaineer Ankita Gupta: छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले की बेटी अंकिता गुप्ता आज युवाओं के लिए प्रेरणा का प्रतीक बन चुकी हैं। एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाली अंकिता ने असाधारण उपलब्धियां हासिल करते हुए पर्वतारोहण के क्षेत्र में अपना नाम रोशन किया है। उन्होंने भारत का तिरंगा उन स्थानों पर फहराया है, जहां पहुंचना हर किसी के बस की बात नहीं होती।
अपने हौसले और जुनून के दम पर अंकिता ने अब तक यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस समेत कई दुर्गम पहाड़ियों को फतह किया है और अब उनका लक्ष्य है सातों महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटियों पर तिरंगा लहराना। यह सिर्फ एक पर्वतारोहण यात्रा नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण, देशभक्ति और अदम्य साहस की मिसाल है। अंकिता का सफर बताता है कि सीमित संसाधनों में भी बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है - बशर्ते जज्बा हो।
अंकिता के पिता किराना दुकान चलाते और मां घर का काम करती हैं। साधारण परिवार में जन्मी अंकिता फिलहाल छत्तीसगढ़ पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात है। अभी अंकिता की पोस्टिंग नक्सल सेल में है। अंकिता एक बेहतरीन एथलेटिक्स है, उन्होंने नेशनल लेवल पर और ऑल इंडिया पुलिस गेम्स में अब तक कई पदक पर अपना नाम दर्ज कराया है। कवर्धा जिले की रहने वाली अंकिता गुप्ता को पूरे प्रदेश के लोग बधाई दे रहे हैं।
अंकिता गुप्ता वर्ष 2014 से छत्तीसगढ़ पुलिस जिला कबीरधाम में महिला आरक्षक के पद पर कार्यरत है। विभाग में आने के बाद भी अपनी खेल की प्रतिभा का राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर कर चुकी है। जिला पुलिस कबीरधाम के संचालन में फोर्स अकेडमी में युवाओं को निशुल्क शारीरिक व लिखित परीक्षा की ट्रेनिंग देती रही।
बता दें कि अंकिता सालों से शहर और दूसरे जिलों की बेटियों को पुलिस भर्ती, सेंट्रल फोर्स से लेकर अनेक तरह के प्रशिक्षण नि:शुल्क दे रही हैं। अंकिता के प्रयास से अब तक करीब 200 से ज्यादा छात्राओं का चयन सेंट्रल फोर्स और पुलिस विभाग में हुआ है। अंकिता ने पुलिस विभाग की तरफ से 9 बार राष्ट्रीय स्तर का प्रतिनिधित्व किया है। साथ ही 2011 से एथलेटिक्स को लेकर भी पुलिस विभाग का मान भी बढ़ाया है।
अंकिता का संकल्प अब मात्र यूरोप तक सीमित नहीं है। उन्होंने महाद्वीबद्ध शीर्षस्थ चढ़ाइयों पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य तय किया है। अब तक सिर्फ एल्ब्रुस चढ़कर उन्होंने यह अभियान रोशन किया है, बाक़ी शिखरों की चढ़ाइयों की तैयारी अधर में है।
एशिया: माउंट एवरेस्ट (8,849 m)
अफ्रीका: किलिमंजारो (5,895 m)
नॉर्थ अमेरिका: डेनाली (6,190 m)
साउथ अमेरिका: अकोन्जागुआ (6,961 m)
ओशिनिया: कार्स्टेनज़ पिरामिड (4,884 m)
अंटार्कटिका: विन्सन मैसिफ़ (4,892 m)
अंकिता का लक्ष्य माउंट किलिमंजारो पर लगातार तीन बार तिरंगा फहराकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना है। इसके लिए साल लाख रुपए की आर्थिक सहायता राज्य सरकार से का मांग की किया था। इसके लिए दो लाख रुपए का आर्थिक सहयोग डिप्टी सीएम विजय शर्मा के सहयोग से मुयमंत्री स्वेछानुदान से मिला है। बाकी 5 लाख रुपए और मिलने का मंत्री से आश्वासन मिला है।
अंकिता ने इसके लिए कलेक्टर को पत्र के माध्यम से भी अवगत कराया है। साथ ही उन्होंने कलेक्टर के माध्यम से आर्थिक सहायता के लिए आवेदन किया है। उन्होंने बताया कि एनएमडीसी, एनटीपीसी, जिंदल स्टील प्लांट, बाल्को, डीएमएफ या पुलिस विभाग के माध्यम से उन्हें आर्थिक सहायता दिलाई जा सकती है।