नगरीय क्षेत्र में सीवरेज लाइन की हाइड्रोलिक डिजाइन का खाका तैयार हो गया। टेंडर के पांच माह बाद डिजाइन फाइनल हुई है। नगर निगम ने एक दिन पहले शुक्रवार को अनुमोदन के लिए डिजाइन का प्रस्ताव नगरीय प्रशासन को भेजा है।
नगर निगम में 42 साल बाद सीवेज लाइन निर्माण की तैयारी है। पांच माह पहले टेंडर के बाद बाद हाइड्रोलिक डिजाइन तैयार हुई है। निगम ने अनुमोदन के लिए शासन को भेजा प्रस्ताव
नगरीय क्षेत्र में सीवरेज लाइन की हाइड्रोलिक डिजाइन का खाका तैयार हो गया। टेंडर के पांच माह बाद डिजाइन फाइनल हुई है। नगर निगम ने एक दिन पहले शुक्रवार को अनुमोदन के लिए डिजाइन का प्रस्ताव नगरीय प्रशासन को भेजा है। प्रस्तावित सीवरेज लाइन की मेन ट्रंक लाइन छह किलोमीटर की होगी। इसमें 50 वार्डों को जोडऩे 252 किलोमीटर की लाइनें कनेक्ट होंगी। नगर निगम ने शहर में सीवरेज लाइन निर्माण के लिए 193 करोड़ रुपए का टेंडर जून-2025 में किया हैै। कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ठेका कंपनी ने डीपीआर के आधार पर तीन माह तक सर्वे किया। सर्वे की प्रकिया पूरी कर कागज पर हाइड्रोलिक डिजाइन फाइनल की है।
शासन के अनुमोदन के बाद इसी डिजाइन के आधार पर सीवेज लाइन का निर्माण होगा। कंपनी को सर्वे करने में पांच माह लगे। निगम ने एक दिन पहले शुक्रवार को नगरीय प्रशासन को हाइड्रोलिक डिजाइन के अनुमोदन के लिए प्रस्ताव भेजा है। हरी झंडी मिलते ही सीवरेज निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। उपयंत्री मनीष झीले के अनुसार डीपीआर के आधार पर हाइड्राेलिक डिजाइन तैयार की गई है।
हाइड्रोलिक डिजाइन में शहर के सीवरेज को ट्रीटमेंट करने दो एसटीपी का निर्माण होगा। ट्रेचिंग ग्राउंड पर 24 एमएलडी की एसटीपी और रामनगर में 12 एमएलडी का निर्माण होगा। इनके सपोर्ट के लिए पांच पंपिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। जिससे लाइन में कहीं भी दिक्कत नहीं हो। रामेश्वर पुलिया सिटी की छोर और दूसरा ओवर ब्रिज के निकट पुलिस लाइन के छोर में। सिविल लाइन, रतागढ़ और दादा धूनी वाले वार्ड में एमपीएस ( मेन पंपिंग स्टेशन ) बनाए जाएंगे।