चुनाव बाद हिंसा से पीडि़त लोगों से राजभवन में मुलाकात करने के बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने रविवार को बांग्ला में कहा कि वे बंगाल में जारी हिंसा का अंत देखना चाहते हैं। उन्होंने रवींद्रनाथ, स्वामी विवेकानंद की शपथ लेते हुए कहा कि वे इस लड़ाई को अंत तक लड़ेंगे। राज्यपाल ने कहा कि कलकत्ता हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद उन्हें पता चला कि उन्हें नजरबंद कर रखा गया है।
कोलकाता . चुनाव बाद हिंसा से पीडि़त लोगों से राजभवन में मुलाकात करने के बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने रविवार को बांग्ला में कहा कि वे बंगाल में जारी हिंसा का अंत देखना चाहते हैं। उन्होंने रवींद्रनाथ, स्वामी विवेकानंद की शपथ लेते हुए कहा कि वे इस लड़ाई को अंत तक लड़ेंगे। राज्यपाल ने कहा कि कलकत्ता हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद उन्हें पता चला कि उन्हें नजरबंद कर रखा गया है। उन्हें यह जानकार आश्चर्य हुआ कि हिंसा से पीडि़त लोगों को उनसे नहीं मिलने दिया जा रहा है। उन्होंने पीडि़तों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें कुल 1025 शिकायतें मिली हैं। इससे पहले राज्यपाल माहेश्वरी भवन में जाकर हिंसा पीडि़तों से मिले थे।
राज्य के नेताप्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी चुनाव बाद हुई हिंसा से पीडि़तों को लेकर राजभवन में राज्यपाल सीवी आनंद से मुलाकात की। अदालत के निर्देश पर वे रविवार शाम को राजभवन गए थे। पीडि़तों के नाम मिलान के बाद शुभेंदु के साथ आए पुरुषों और महिलाओं को राजभवन में प्रवेश करने दिया गया।
शुभेंदु ने राज्यपाल को अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने राज्यपाल से अनुरोध किया कि दुर्गा पूजा तक केंद्रीय सेना बंगाल में ही रहे। राजभवन से निकलने के बाद शुभेंदु ने कहा, ''मैंने राज्यपाल से कहा कि बंगाल में लोकतंत्र के सभी चार स्तंभ प्रभावित हैं। पांच हजार से अधिक लोगों के राशन कार्ड छीन लिये गये हैं। यहां तक कि मवेशियों को भी लूटकर ले जाया गया है। शुभेंदु ने हाई कोर्ट में शिकायत करते हुए कहा था कि उन्हें हिंसा से पीडि़तों के साथ राजभवन नहीं जाने दिया जा रहा है। इसके बाद हाई कोर्ट ने उन्हें राजभवन जाने की इजाजत दी। मालूम हो कुछ दिन पहले जब शुभेंदु राजभवन पीडि़तों के साथ जा रहे थे तब पुलिस ने उन्हें रोक दिया था। जिस कारण वे राजभवन नहीं जा सके।
मालूम हो राज्यपाल बोस ने भी चुनाव के बाद की 'हिंसा' के बारे में कई टिप्पणियाँ कीं, जब राज्य की राजनीति पूरे उफान पर थी। 2021 विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भी हिंसा के आरोप लगे। कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए। भाजपा द्वारा शिकायत किए जाने के मद्देनजर राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा था कि ''निर्दोष लोगों को बंदूक की नोक पर रखा जा रहा है। राज्य सरकार अपने संवैधानिक कर्तव्यों को पूरा करने में विफल रही है। मैं राज्यपाल के रूप में हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठूंगा।