मतदाता सूची में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने से रोकने के लिए प्रशासन को सतर्क करने के बाद चौथी बार पश्चिम बंगाल ( West Bengal for the fourth time ) की सत्ता पर काबिज होने के लिए अभी से तत्पर मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी (Chief Minister and Trinamool Congress chief Mamata Banerjee) ने अब अपनी पार्टी की सक्रियता बढ़ाने के लिए बैठक बुलाई है। आगामी गुरुवार को कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में बैठक 2026 में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर बुलाई गई है।
तृणमूल के सूत्रों ने बताया कि बैठक में तृणमूल और इनके शाखा संगठनों में अमूलचूल परिवर्तन होने की संभावनाएं हैं। संगठन का स्वरूप कैसा होगा यह सब कुछ ममता बनर्जी के ऊपर निर्भर है। फिर भी संगठन में नए और पुराने नेताओं को जिम्मेदारी देने में नए और पुराने नेताओं में संतुलन का पूरा ख्याल रखा जाएगा। बैठक में या बाद में ममता संगठन में परिवर्तन की घोषणा कर सकती हैं। अगले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ममता ने पहले ही तृणमूल के संगठन में कुछ फेरबदल किया है। अपने सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी और उनके चहेते नेताओं को पार्टी में दरकिनार कर चुकी है। ऐसे में यह बैठक बहुत ही महत्वपूर्ण है।
हाल में विधानसभा में पेश राज्य बजट में ही तय कर दिया है कि अगले चुनाव में राज्य की सत्ताधारी तृणमूल की रणनीति क्या होगी। बजट में बंगाल की आधी आबादी और ग्रामीण मतदाताओं को लुभाने की भरपूर कोशिश की गई है। बैठक में ममता पार्टी नेताओं और जनप्रतिनिधियों को सरकारी योजनाओं के काम शीघ्र पूरा करने और लोगों की समस्याओं के समाधान में सहयोग करने का निर्देश देंगी। इस वर्ष के प्रारंभ में ही तृणमूल प्रमुख ने अपनी पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों को अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने का निर्देश दिया था। साथ ही राज्य की 294 विधानसभा सीटों में से 250 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा 77 और आईएसएफ एक सीट और बाकी सब तृणमूल ने जीती थी।
तृणमूल के एक सूत्र ने बताया कि विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए आने वाले दिनों में कई नगर पालिकाओं के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के पदों में बदलाव हो सकता है। पार्टी के एक धड़े का कहना है कि इस बैठक में इस पर फैसला लिया जा सकता है। इसके बाद मार्च के पहले हफ्ते में फेरबदल हो सकता है।