
सीएम ममता बनर्जी और फेमस फुटबॉल प्लेयर लियोनेल मेसी। (फोटो- ANI)
कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में फेमस फुटबॉल प्लेयर लियोनेल मेसी के इवेंट में मची अफरा-तफरी के बाद भाजपा ने ममता सरकार और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर तीखा हमला बोला है।
पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता और नंदीग्राम के विधायक सुवेंदु अधिकारी ने स्टेडियम में हुई घटना के बाद दर्शकों की गिरफ्तारी पर सवाल उठाया। इसके साथ उन्होंने पुलिस पर ज्यादती करने और मंत्रियों को राजनीतिक रूप से बचाने का आरोप लगाया।
अधिकारी ने कहा कि दर्शकों को क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है? आपने युवाओं की भावनाओं के साथ खेला है। अपने वकील के जरिए, मैंने सुनवाई के दौरान माननीय जज से अनुरोध किया कि गिरफ्तारियां रोकी जाएं और एफआईआर पर भी रोक लगाई जाए। लोगों को गिरफ्तार करना एक बड़ी गलती है।
अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि उन्होंने मेसी से 'खेला होबे' कहलवाने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि इसके बजाय, खेल उनके खिलाफ हो गया है।
इस बीच, कलकत्ता हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस आशिम कुमार रे ने रविवार को स्टेडियम का दौरा किया। उन्होंने कहा कि कमेटी जल्द से जल्द इस इस मामले में जांच की रिपोर्ट सौंपेगी।
साल्ट लेक स्टेडियम के इवेंट में ज्यादा टिकट वाले फैंस ने अर्जेंटीना के लेजेंड के जल्दी चले जाने के बाद बोतलें फेंकना शुरू कर दिया।
स्टैंड के बीच के गेट तोड़ने की कोशिश की। गुस्साए फैंस ने कोलकाता स्टेडियम में तोड़-फोड़ की। उन्होंने खराब इवेंट मैनेजमेंट का आरोप लगाया ।
मामला तब और बिगड़ गया जब गुस्साए फैंस ने टेंट और गोल पोस्ट में तोड़-फोड़ करने के लिए मैदान में घुसने की कोशिश की। हालात को कंट्रोल करने के लिए, पुलिस वालों ने गुस्साई भीड़ को मैदान से हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।
इस बीच, भाजपा के एक और नेता दिलीप घोष ने भी बयान जारी किया है। घोष ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोलकाता और वेस्ट बंगाल में अभी पूरी तरह से अफरा-तफरी मची हुई है। यहां की रूलिंग पार्टी ही इन दिक्कतों की मेन वजह है।
भाजपा नेता ने आगे दावा किया कि टीएमसी के अंदर एंटी-सोशल और एंटी-नेशनल एलिमेंट्स ने कंट्रोल कर लिया है। घोष ने कहा- टीएमसी का का एकमात्र मकसद पैसा कमाना और पावर पर कब्जा करना है। वे हर चीज का पॉलिटिकलाइजेशन करते हैं।
उन्होंने कहा कि इतने बड़े इंटरनेशनल इवेंट को भी इससे दागदार किया गया है, जिससे हमें शर्मिंदगी उठानी पड़ी है, यह सब पॉलिटिक्स और कुछ नेताओं की पावर-लोभी सोच की वजह से हुआ है। घोष ने आगे कहा कि जब तक मौजूदा सरकार पावर में रहेगी, तब तक हालात में कोई सुधार नहीं होगा।
Published on:
16 Dec 2025 11:56 am
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