CG Elephant Attack: कोरबा जिले के पसान रेंज के भर्रापारा गांव में शनिवार शाम एक हाथी ने 70 वर्षीय इंद्रकुँवर की जान ले ली।
CG Elephant Attack: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के पसान रेंज के भर्रापारा गांव में शनिवार शाम एक हाथी ने 70 वर्षीय इंद्रकुँवर की जान ले ली। जानकारी के अनुसार, गांव के पास के जंगलों में इन दिनों 53 हाथियों का दल लगातार घूम रहा है। धान कटाई के बाद किसान फसल को खलिहान में रख रहे हैं, जिसके चलते हाथियों की पहुंच गांवों तक बढ़ गई है।
शाम के समय इंद्रकुँवर अपने बाड़ी में धान की रखवाली कर रही थीं। उसी दौरान दल से अलग एक हाथी गांव में घुस आया। महिला ने भागने की कोशिश की, लेकिन हाथी ने उन्हें सूंड से उठाकर जोर से पटक दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हाथी को जंगल की ओर खदेड़ा।
स्थानीय लोगों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि हाथी-मानव द्वंद्व रोकने की दिशा में ठोस प्रयास नहीं हो रहे हैं। कटघोरा और पसान क्षेत्रों में वन कर्मियों की भारी कमी भी स्थिति को और गंभीर बना रही है। गौरतलब है कि पिछले तीन सालों में इस क्षेत्र में हाथियों की संख्या 48 से बढ़कर 82 हो गई है, जिससे फसल नुकसान और खतरे बढ़ गए हैं।
सरगुजा जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र के बसोड़ पारा पुटा में चरोटा बीज संग्रहण के लिए गई 65 वर्षीय सतमेन पति घुरवा पर शनिवार दोपहर एक लोनर हाथी ने हमला कर दिया। हाथी के पीछा करने पर महिला घबराकर गिर पड़ी, जिससे उसका पैर टूट गया। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर महिला को गजराज वाहन से सीएचसी उदयपुर पहुंचाया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल अंबिकापुर रेफर किया गया। घटना के बाद रेंजर कमलेश राय ने आसपास के ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील की।
लगातार बढ़ते हाथी हमलों ने ग्रामीणों में दहशत पैदा कर दी है। धान कटाई के मौसम में हाथियों का खलिहानों की ओर बढ़ना किसानों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। कई गांवों में रात्रि चौकसी बढ़ाई जा रही है, जबकि वन विभाग केवल मुआवजा देने तक सीमित होने का आरोप झेल रहा है। वन विभाग ने दोनों ही क्षेत्रों में टीमों को सतर्क मोड पर रखा है और ग्रामीणों से अपील की है कि हाथियों की मौजूदगी की जानकारी तुरंत दें और जंगल क्षेत्रों में जाने से बचें।