CG Weather Update: कोरबा जिले में एक दिन पहले शनिवार को जिले का अधिकतम तापमान 29.2 डिग्री दर्ज किया गया था। जबकि न्यूनतम तापमान 17 डिग्री प्राप्त हुआ था।
CG Weather Update: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक दिन पहले शनिवार को जिले का अधिकतम तापमान 29.2 डिग्री दर्ज किया गया था। जबकि न्यूनतम तापमान 17 डिग्री प्राप्त हुआ था। रविवार को शनिवार की तुलना में तापमान 2.5 डिग्री गिर गया। अधिकतम तापमान 26.7 पहुंच गया। हालांकि न्यनूतम तापमान में ज्यादा अंतर नहीं हुआ है। 17 के आसपास न्यूनतम तापमान बना रहा।
मौसम में हो रहे बदलाव के कारण लोगों पर सीधा असर पड़ रहा है। शनिवार की शाम थोड़ी देर के लिए तेज बारिश हुई थी। इससे वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ गई है और ठंड में भी इजाफा हुआ है। लोग गर्म कपड़े का इस्तेमाल कर रहे हैं।
आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। इससे अभी भी हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। इधर मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि अगले पांच दिन तक शहर के न्यूनतम तापमान कोई बदलाव नहीं होगा। जबकि अधिकतम तापमान में परिवर्तन जारी रहेगा। बादल छटने के बाद कोरबा सहित आसपास के क्षेत्रों में एक बार फिर ठंड बढ़ेगी और इससे लोग परेशान होंगे।
इधर मौसम में हो रहे बदलाव का असर लोगाें के स्वास्थ्य पर दिखने लगा है। मौसमी बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। सर्दी, खांसी लोगों को परेशान कर रहा है। बुखार भी लग रहा है। इसके इलाज को लेकर मरीज डॉक्टरों के पास जा रहे हैं। उनसे जरूरी दवाईंया व सलाह ले रहे हैं।
इसका असर बच्चों के स्वास्थ्य पर ज्यादा पड़ रहा है। बच्चों को सर्दी और खांसी अधिक परेशान कर रहा है। बच्चों को ठंड से बचाने के लिए घरेलू नुख्सें भी अपना रहे हैं। इसके अलावा बच्चों के शरीर को गर्म कपडे़ से ढंककर रख रहे हैं। ताकि बच्चों को ठंडी हवा नहीं लग सके। लोग गर्म पानी पी रहे हैं। ताकि बदलाव का असर स्वास्थ्य कम हो सके।
मौसम में उतार-चढ़ाव जारी है। शनिवार को हुई बारिश के बाद भी आसमान साफ नहीं हुए हैं। रविवार की देर रात तक आसमान में हल्के बादल छाए हुए हैं। दोपहर में थोड़ी देर के लिए सूरज के दर्शन हुए। लेकिन कुछ ही देर में सूर्य को बोदलों ने ढंक लिया। इस बीच मौसम में उतार-चढ़ाव का असर तापमान पर भी नजर आ रहा है। 24 घंटे के भीतर जिले के अधिकतम तापमान 2.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। इससे ठंड बढ़ गई है।
मौसम में बदलाव का असर धान की फसल को हो रहा है। कुछ खेती का कार्य देरी से शुरू किए हैं। इससे उनके फसल की कटाई नहीं हो सकी है। इससे परेशान हैं।