कोरबा

Ready to Eat Scheme: जिले में बनेगा रेडी-टू-ईट हब, 10 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में तैयार होगा पौष्टिक भोजन

Ready to Eat Scheme: कोरबा जिले में 10 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में लगेंगी रेडी-टू-ईट मशीनें। महिला स्व सहायता समूहों को मिला जिम्मा, अब 2600 आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचेगा पौष्टिक भोजन।

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Nov 08, 2025
कोरबा जिले में 10 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (photo source- Patrika)

Ready to Eat Scheme: पूर्व की सरकार में जिले के अलग-अलग विकासखंडों में बनाए गए रूरल इंडस्ट्रियल पार्क एक बार फिर आबाद होने जा रहे हैं। इसके लिए शासन-प्रशासन ने तैयारी शुरू की है। इसी कड़ी में कोरबा की 10 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में रेडी टू ईट बनाने के लिए मशीनें लगाई जा रही है। पताढ़ी के पास स्थित ग्राम पहंदा के रूरल पार्क में मशीन पहुंच गई है। आने वाले कुछ ही हफ्तों में सभी रूरल पार्कों में ये मशीनें पहुंच जाएंगी।

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Ready to Eat Scheme: रेडी टू ईट बनाने का कार्य प्रारंभ

यह संभव हो सका है शासन-प्रशासन के सहयोग से। मशीनों की खरीदी के लिए उद्योग विभाग आर्थिक तौर पर सहयोग करने के लिए तैयार हो गया है। कोरबा जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में रेडी टू ईट बनाने का कार्य प्रदेश सरकार ने महिला स्व सहायता समूहों को सौंपी है। इसके लिए अलग-अलग विकासखंडों में रेडी टू ईट की आपूर्ति के लिए अलग-अलग समूह चिन्हित किए गए हैं। इन समूहों को भोजन बनाने के लिए स्वचलित मशीन की जरूरत है। मशीन की लागत अधिक होने के कारण समूह की महिलाएं अपने पैसे से स्वचलित मशीनों की खरीदी नहीं कर पा रही हैं।

इस वजह से कोरबा जिले में अभी तक किसी भी महिला समूह ने रेडी टू ईट बनाने का कार्य शुरू नहीं किया है। समूह की ओर से शासन-प्रशासन से मदद की मांग की जा रही थी, अब सरकार इनकी मदद के लिए तैयार हो गई है। जिला प्रशासन समूहों को सहयोग कर रहा है। इसके तहत उद्योग विभाग महिला समूहों को स्वचलित मशीनें खरीदने के लिए फाइनेंस कंपनियों से कर्ज उपलब्ध करा रहा है। बताया जा रहा है कि हर समूह को 50-50 लाख रुपए कर्ज वित्तीय संस्थानों से दिलवाई जा रही है ताकि ये समूह मशीनों को लगाकर रेडी टू ईट बनाने का कार्य प्रारंभ कर सके।

रेडी टू ईट बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जिन समूहों का चयन किया गया है उसमें कोरबा शहरी क्षेत्र के लिए मां तुलसी स्व सहायता समूह ढोढ़ीपारा, कोरबा ग्रामीण के लिए सफूरा माता स्व सहायता समूह सलिहाभाठा, बरपाली के लिए जय मां दुर्गा स्व सहायता समूह नोनबिर्रा, कटघोरा के लिए जय दुर्गा स्व सहायता समूह मुढ़ाली, हरदीबाजार के लिए जय मां दुर्गा स्व सहायता समूह बोइदा, पाली के लिए प्रगति स्व सहायता समूह रजकम्मा, पोड़ी उपरोड़ा के लिए पार्वती स्व सहायता समूह सिंघिया, चोटिया के लिए आदर्श महिला समूह खिरटी और पसान सेक्टर के लिए मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह बैरा शामिल हैं।

महिलाओं की आय बढ़ाने में मिलेगी मदद

Ready to Eat Scheme: पूर्व में कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने महिलाओं से रेडी टू ईट बनाने का कार्य छीन लिया था, तब से महिला समूहों की परेशानी बढ़ गई थी। प्रदेश की भाजपा सरकार ने समूहों को फिर रेडी टू ईट कार्यक्रम से जोड़ने का निर्णय लिया। इसी कड़ी में रेडी टू ईट के लिए समूहों को चिन्हित करने के बाद उन्हें स्वचलित मशीनें लगाने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। फरवरी 2022 के बाद से रेडी टू ईट का उत्पादन एवं वितरण का कार्य राज्य बीज निगम एवं कृषि विकास निगम की इकाईयों द्वारा किया जा रहा है। समूहों को कार्य मिलने से उनकी आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।

रेडी टू ईट कहां बनाया जाए, इसको लेकर शासन-प्रशासन अपने स्तर पर मंथन किया और निष्कर्ष निकाला है। इसके तहत विकासखंड कोरबा के पहंदा, विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा के कापूबहरा और सेमरा, पाली के केराझरिया तथा करतला के कोटमेर और जमनीपाली रूरल पार्क को चिन्हित किया गया है। ये सभी पार्क ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं। इसके साथ-साथ शहरी क्षेत्र में स्थित पार्कों को भी शहरी क्षेत्र में रेडी टू ईट बनाने वाली समूहों को जगह दी गई है।

रेडी टू ईट बनाने का कार्य जल्द

Ready to Eat Scheme: इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से बताया गया है कि प्रदेश सरकार के आदेश के तहत चिन्हित रूरल पार्कों में महिला समूहों को अपनी मशीन लगाने के लिए जगह उपलब्ध करा दिया गया है। रूरल पार्क में इन्हें एक ब्लॉक उपलब्ध कराया गया है जहां भोजन बनाकर रख सकती हैं और यहीं से अपने आसपास स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों में भोजन को पहुंचा सकती है। समूह के कार्य में कोई असुविधा न हो इसे देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

महिला समूहों की ओर से रेडी टू ईट बनाने का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। इसके लिए चिन्हित रीपा में मशीनों को लगाने की कार्यवाही शुरू की गई है। यहीं रेडी टू ईट का निर्माण किया जाएगा और इसका वितरण संबंधित केन्द्रों में किया जाएगा। इस कार्य के लिए रीपा की ओर से समूहों को जगह दी गई है: गजेंद्र देव सिंह, प्रभारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा

Updated on:
08 Nov 2025 04:12 pm
Published on:
08 Nov 2025 04:11 pm
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