कोरीया

Heart attack in bus: चलती बस में ड्राइवर की हार्ट अटैक से मौत, मिक्सर मशीन से टकराकर रुकी, टली बड़ी दुर्घटना

Heart attack in bus: बस में आधा दर्जन से अधिक यात्री थे सवार, बे्रकर पर बस धीमी करने के बाद स्पीड बढ़ाने के लिए गियर बदलते समय आया अटैक, अस्पताल में तोड़ दिया दम

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Bus whose driver died due to heart attack

खडग़वां। पेंड्रा से बैकुंठपुर आ रही पंकज बस के ड्राइवर को मंगलवार की सुबह बीच रास्ते में अचानक हार्ट अटैक (Heart attack in bus) आ गया। इस दौरान बस एक मिक्सर मशीन से टकराकर रुक गई। इससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। ड्राइवर के बस के अन्य कर्मचारियों द्वारा तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद सीएचसी खडग़वां रेफर कर दिया गया। इस बीच एंबुलेंस समय पर नहीं मिलने और देरी से हायर सेंटर पहुंचने के बाद मौत हो गई। ड्राइवर को हार्ट अटैक आने से बस में बड़ी दुर्घटना टल गई।

मंगलवार की सुबह पेंड्रा से बैकुंठपुर आ रही पंकज बस के ड्राइवर नारायण को मंगलवार की सुबह करीब 8 बजे ग्राम देवाडांड़ के पास हार्ट अटैक (Heart attack in bus) आया। बस में आधा दर्जन से अधिक यात्री सवार थे। बस की रफ्तार धीमी थी, इस वजह से अनियंत्रित होकर सडक़ के किनारे खड़ी मिक्सर मशीन से सहारे रूक गई।

Pankaj Bus

यह देख बस के अन्य स्टाफ तत्काल ड्राइवर को बस से उतार कर नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सलका लेकर गए, जहां से डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार कर खडग़वां सीएचसी रेफर कर दिया। बस कर्मचारियों ने एम्बुलेंस देने की गुजारिश की, लेकिन एंबुलेंस में डीजल और ड्राइवर नहीं होने की बात कही गई।

मामले में तत्काल सीएचसी खडग़वां फोन करने के बाद 108 एंबुलेंस पहुंची। ऐसे में मरीज को खडग़वां सीएचसी पहुंचाने में काफी समय लगा और चालक की तबीयत और बिगड़ गई। हार्ट अटैक (Heart attack in bus) आने के करीब २ घंटे बाद खडग़वां अस्पताल पहुंचते हीचालक की मौत हो गई।

बताया जाता है कि सलका अस्पताल से एंबुलेंस उपलब्ध करा दी गई होती तो एक मरीज की जान बच सकती थी। सलका अस्पताल के बगल में ही पेट्रोल पंप होने के बाद भी एंबुलेंस में डीजल नहीं होने वाली बात से लोग आश्चर्यचकित हैं।

ग्रामीण बोले- आए दिन होती है लापरवाही

ग्रामीणों का कहना है कि सलका स्वास्थ्य केंद्र नदी के उस पार का एक महत्वपूर्ण अस्पताल है, जो बहुत बड़े क्षेत्र को कवर करता है। लेकिन ऐसी लापरवाही (Heart attack in bus) पहले भी कई बार मरीजों के साथ बरती जा चुकी है। एंबुलेंस में डीजल नहीं होने के कारण मरीजों को एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराया जाता है। जबकि अस्पताल में क्षेत्र के गंभीर मरीजों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए एंबुलेंस है। प्रबंधन आए दिन लापरवाही बरत रहा है।

Heart attack in bus: ऐसी बात नहीं है- डॉ. पुष्पराज

इस संबंध (Heart attack in bus) में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सलका के प्रभारी डॉ. पुष्पराज बर्मन का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध एंबुलेंस में डीजल भरा हुआ था। वहीं मौके पर ड्राइवर भी मौजूद था।

Published on:
17 Jun 2025 08:41 pm
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