Tiger death case: बाघ की मौत कैसे हुई, इसकी जांच है जारी, कुछ संदिग्ध लोगों को लिया गया है हिरासत में, विसरा जांच के लिए भेजा गया है लैब
बैकुंठपुर। कोरिया में नर टाइगर की मौत के बाद एनटीसीए (नेशनल टाइगर कंजर्वेशन ऑथारिटी) की मौजूदगी में 4 वेटनरी ऑफिसर की टीम ने शव का पीएम किया। इस दौरान मृत टाइगर (Tiger deat case) के जरूरी अंगों (विसरा) को प्रिजर्व कर जांच कराने प्रयोगशाला भेजा गया है। साथ ही आईवीआरआई (इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट बरेली यूपी) से विसरा की फॉरेंसिक जांच भी कराई जाएगी। इधर वन विभाग की टीम ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
मामले में गोमार्डा डॉग स्क्वायड की टीम की अगुवाई में कोरिया वनमंडल और गुरु घासीदास नेशनल पार्क की 4 संयुक्त टीम जांच में जुटी है। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में जहरखुरानी से टाइगर की मौत की आशंका जताई गई है। वहीं मृत बाघ के शव को 2-3 पुराना बताया गया है। इससे संयुक्त टीम आसपास गांव के कुछ ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है।
घटना स्थल पर अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) रायपुर ने स्थानीय अधिकारी-कर्मियों को अपराधियों की पतासाजी करने सख्त निर्देश दिए हैं। साथ ही वाइल्ड लाइफ क्राइम को नियंत्रित करने फरमान जारी किया गया है। वनपरिक्षेत्र, उप परिक्षेत्र मुख्यालय से बाहर रहने वाले प्रभारियों के खिलाफ सख्ती बरतने की बात कही है।
ऐसी चर्चा है कि जहां बाघ का शव मिला है, उस स्पॉट से डेढ़ से 2 किलोमीटर के दायरे में संघन जांच अभियान चलाया गया है। मामले में आसपास के कुछ ग्रामीणों से पूछताछ की गई है। वहीं कुछ संदिग्ध ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया है।
गौरतलब है कि 8 नवंबर को दोपहर करीब 1 बजे ग्रामीणों के माध्यम से वन रक्षक गरनई को बाघ का मृत शव पड़े होने की जानकारी मिली थी।यह एरिया ग्राम कटवार के पास खनखोपड़ नाला के किनारे स्थित है।
जो कोरिया वनमंडल के बीट गरनई सर्किल रामगढ़ परिक्षेत्र सोनहत के असीमांकित वनक्षेत्र (ऑरेंज एरिया) में आता है, जिसका कक्ष क्रमांक पी-196 है। हालांकि, ऑरेंज एरिया में प्रशासनिक कामकाज कोरिया वनमंडल के नियंत्रण में हैं।
मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वी. मातेश्वरन का कहना है कि टाइगर का शव मिलने वाला स्पॉट गुरु घासीदास नेशनल पार्क से लगा हुआ है। कोरिया वनमंडल और नेशनल पार्क की टीम जांच में जुटी है। साथ ही गोमार्डा डॉग स्क्वायड की मदद से आसपास एरिया में बाघ के पर्गमार्क की ट्रैकिंग कर रहे हैं कि बाघ कहां से आया और कहां-कहां विचरण किया है।