कोटा पुलिस ने 48 घंटे में डबल मर्डर का खुलासा कर दिया। घर में घुसकर 7 नवंबर को हुई मां-बेटी की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने रविवार को दो आरोपी प्रदीप वैष्णव व भरत को गिरफ्तार किया है।
कोटा। आरकेपुरम थाना पुलिस ने 48 घंटे में डबल मर्डर का खुलासा कर दिया। घर में घुसकर 7 नवंबर को हुई मां-बेटी की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने रविवार को दो आरोपी प्रदीप वैष्णव व भरत को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि हत्या का मुख्य कारण वाद-विवाद और पैसों का लेनदेन रहा। हत्या का मुख्य आरोपी प्रदीप मृतका ज्योति के रिश्ते में दूर का मामा है।
सिटी एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि आरकेपुरम थाना क्षेत्र रोजड़ी में 7 नवंबर की शाम कोटा जिले के इटावा निवासी लैब टेक्नीशियन भगवान वैष्णव की पत्नी ज्योति (32) और आठ वर्षीय बेटी पलक के शव घर में संदिग्ध हालत में मिले थे। उन्हें तत्काल न्यू मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और एफएसएल, एमओबी, डॉग स्क्वाड सहित 16 अलग-अलग टीमों का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई।
डिप्टी मनीष शर्मा ने बताया कि मामले की जांच में सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्य और घटनास्थल के साक्ष्यों का विस्तृत विश्लेषण किया गया। साथ ही हत्या से संबंधित संभावित परिचित, परिवारजन और पड़ोसियों से गहन पूछताछ की गई। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि आरोपी और मृतका एक-दूसरे को काफी समय से जानते थे और घर में आना-जाना रहता था।
आरोपियों ने मृतका को उधार दिए गए पैसों की वापसी को लेकर रंजिश और नाराजगी के चलते यह साज़िश रची। मुखबिरों और सूचना संकलन के आधार पर 9 नवंबर को मुकुंदरा के जंगल से दो आरोपियों प्रदीप वैष्णव व भरत को दबोचा गया। एक अन्य साथी राजू उर्फ मामू अभी फरार है और उसकी तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि प्रदीप ने मृतका को 60 हजार रुपए उधार दिए थे और वह उन पैसों को वापस नहीं लौटा रही थी।