कोटा

Rajasthan: मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में बाघों के लिए प्रे-बेस बढ़ाने की कवायद तेज, पुष्कर से जल्द लाए जाएंगे 15 चीतल

Mukundra Tiger Reserve: मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघों के लिए प्रे-बेस बढ़ाने की कवायद तेज हो गई है।

less than 1 minute read
Aug 18, 2025
चीतल। फोटो: पत्रिका

कोटा। मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघों के लिए प्रे-बेस बढ़ाने की कवायद तेज हो गई है। पिछले सप्ताह पुष्कर से पंद्रह चीतलों को मुकुंदरा हिल्स लाया गया था और अब जल्द ही शेष चीतल भी लाए जाएंगे।

पुष्कर डीयर पार्क से कुल 30 चीतलों को लाया जाना है, जिनमें से 15 को पहले ही स्थानांतरित किया जा चुका है। मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के उप वन संरक्षक मुथु एस. के अनुसार शेष 15 चीतलों को शीघ्र ही लाया जाएगा। एनटीसीए (राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण) ने पूर्व में मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघों की शिफ्टिंग से पहले प्रे-बेस बढ़ाने की आवश्यकता जताई थी।

ये भी पढ़ें

Rajasthan: रणथंभौर के जंगल में पर्यटकों के फंसने के बाद लिया बड़ा एक्शन, ड्राइवर-गाइड किए प्रतिबंधित

इसके बाद टाइगर रिजर्व में भरतपुर, दिल्ली और पुष्कर से करीब 300 सांभर व चीतलों को लाने की अनुमति दी गई। पुष्कर के बाद अब दिल्ली से 39 चीतल और केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भरतपुर से भी सांभर और चीतल लाए जाएंगे। भरतपुर से पूर्व में भी चीतल लाए जा चुके हैं।

अब इसलिए है जरूरी

वर्तमान में मुकुंदरा हिल्स में दो सब-अडल्ट मादा शावकों के अलावा एक शावक व एक बाघ-बाघिन की जोड़ी समेत कुल पांच बाघ हैं। अक्टूबर-नवंबर में रणथंभौर से एक और बाघ को लाने की योजना है। इसके अतिरिक्त, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के पेंच टाइगर रिजर्व से भी पांच बाघिनों को लाने की योजना है, जिनमें से दो बाघिनों को मुकुंदरा हिल्स में छोड़ा जाएगा।

आमतौर पर एक बाघ सालभर में 60 से 65 शिकार करता है। इस दृष्टि से जितने अधिक सांभर और चीतल होंगे, प्रे-बेस में उतनी ही अच्छी वृद्धि होगी।

ये भी पढ़ें

Jaipur Metro: जयपुर मेट्रो के फेज-2 को केंद्र से जल्द मिलेगी हरी झंडी, लखनऊ मेट्रो की मंजूरी के बाद बढ़ी उम्मीद

Also Read
View All

अगली खबर