10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Jaipur Metro: जयपुर मेट्रो के फेज-2 को केंद्र से जल्द मिलेगी हरी झंडी, लखनऊ मेट्रो की मंजूरी के बाद बढ़ी उम्मीद

Jaipur Metro Phase-2: जयपुर शहर में मेट्रो के फेज-2 को केंद्र सरकार की जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय में परियोजना पर मंथन चल रहा है।

less than 1 minute read
Google source verification
Jaipur-Metro-2

पत्रिका फाइल फोटो

Jaipur News: जयपुर। जयपुर शहर में मेट्रो के फेज-2 को केंद्र सरकार की जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय में परियोजना पर मंथन चल रहा है। लखनऊ मेट्रो फेज-1बी को हाल में मिली स्वीकृति के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि जयपुर मेट्रो के इस बहुप्रतीक्षित चरण को भी जल्द हरी झंडी मिलेगी।

राजस्थान और केंद्र सरकार की 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी में राजस्थान मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (आरएमआरसी) का गठन किया गया है। आरएमआरसी ही निर्माणाधीन फेज-1सी, 1डी और प्रस्तावित फेज-2 का संचालन करेगी। इस प्रस्तावित प्रोजेक्ट में शहर के प्रहलादपुरा से टोडी मोड़ तक 42.80 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में 36 स्टेशन बनने हैं। इसकी लागत करीब 12,260 करोड़ रुपए आंकी गई है। राज्य सरकार ने 21 मई को डीपीआर मंजूर कर केंद्र को भेजी थी।

जयपुर मेट्रो फेज-2: बनेंगे 36 स्टेशन

टोडी मोड़ से प्रहलादपुरा तक 42.80 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में 36 स्टेशन बनने हैं। प्रदेश सरकार की डीपीआर के मुताबिक टोडी मोड़, हरमाड़ा घाटी, हरमाड़ा, वीकेआई रोड नंबर 14, वीकेआई रोड नंबर 9, वीकेआई रोड नंबर 5, विद्याधर नगर, सेक्टर 2, भवानी निकेतन, अंबाबाड़ी, पानीपेच, कलेक्ट्रेट, खासा कोठी सर्कल, गवर्नमेंट हॉस्टल, अशोक मार्ग, एसएमएस हॉस्पिटल, नारायण सिंह सर्कल, रामबाग सर्कल, नेहरू पैलेस, गांधीनगर स्टेशन, गोपालपुरा, दुर्गापुरा, बीटू बायपास चौराहा, पिंजरापोल गौशाला, हल्दीघाटी गेट, कुंभा मार्ग, जीईसीसी, सीतापुरा, गोनेर मोड़, बीलवा, बीलवा कलां, सहारा सिटी और प्रहलादपुरा स्टेशन बनना प्रस्तावित है।

जयपुर में यहां जाने के लिए मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी

जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण के माध्यम से टोंक रोड, विद्याधर नगर, प्रस्तावित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल्स, सवाई मानसिंह अस्पताल, सवाई मानसिंह स्टेडियम, कलेक्ट्रेट जैसे महत्वपूर्ण स्थलों को भी सीधे कनेक्टिविटी मिलेगी। वहीं, सांगानेर एयरपोर्ट के प्रस्तावित नए टर्मिनल के नीचे एक अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन का प्रस्ताव है, जिससे बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।