ऑल इंडिया 15% कोटा काउंसलिंग राउंड-3- एमबीबीएस एवं बीडीएस की 4921 सीटें रिक्त
नीट यूजी 2025 के तहत ऑल इंडिया 15% कोटा की मेडिकल एवं डेंटल काउंसलिंग के राउंड-3 में चॉइस-फिलिंग की अंतिम तिथि अब आगामी आदेश तक बढ़ा दी गई है। मेडिकल काउंसलिंग कमेटी नई दिल्ली की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, काउंसलिंग के तीसरे चरण में 138 नई एमबीबीएस सीटों को शामिल किया गया है। इसके साथ ही यह संभावना भी जताई गई है कि आगामी दिनों में और भी एमबीबीएस सीटें काउंसलिंग में जोड़ी जा सकती हैं।
4921 एमबीबीएस/बीडीएस सीटें रिक्त
एससीसी की ओर से जारी सीट मैटि्रक के अनुसार, राउंड-3 काउंसलिंग में कुल 4921 एमबीबीएस एवं बीडीएस सीटें रिक्त हैं। इन सीटों पर योग्य उम्मीदवारों को चॉइस फिलिंग के माध्यम से अवसर मिलेगा। छात्रों को इन नई जोड़ी गई सीटों का लाभ मिल सके, इसलिए चॉइस फिलिंग की प्रक्रिया को और आगे बढ़ा दिया गया है।
सीट आवंटन परिणाम में संभावित देरी
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, राउंड-3 की चॉइस फिलिंग 5 अक्टूबर तक पूरी होनी थी और सीट आवंटन का परिणाम 8 अक्टूबर को जारी किया जाना था, लेकिन अब चॉइस फिलिंग की तिथि बढ़ाए जाने से सीट अलॉटमेंट में विलंब की संभावना है।
जोसा मॉडल अपनाने का सुझाव
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने नीट यूजी की मेडिकल काउंसलिंग प्रक्रिया में बदलाव की जरूरत बताते हुए कहा कि मेडिकल काउंसलिंग कमेटी व नेशनल मेडिकल कमीशन को जोसा काउंसलिंग की प्रक्रिया से सीख लेनी चाहिए। जोसा में सभी राउंड्स निर्धारित समय पर पूरे होते हैं। प्रत्येक चरण के बाद सभी संस्थानों की ओपनिंग और क्लोजिंग रैंक सार्वजनिक की जाती है, जिससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और समयबद्ध होती है। एमसीसी व एनएमसी की कार्यप्रणाली में समन्वय की कमी है। रिक्त सीटों की जानकारी समय पर नहीं मिलती और कई संस्थान जानबूझकर या प्रशासनिक कारणों से सीटें देर से रिपोर्ट करते हैं। इससे न केवल केंद्रीय काउंसलिंग बल्कि स्टेट काउंसलिंग भी प्रभावित होती है और पूरे देश का मेडिकल शिक्षा सत्र लेट हो जाता है।