IMD ने 23 जिलों में येलो अलर्ट जारी करते हुए मेघ गर्जन, 20-40KMPH की स्पीड से तेज हवाएं चलने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।
Next 3 Hour Yellow Alert: बंगाल की खाड़ी व अरब सागर से उठे ‘मोंथा’ चक्रवात के प्रभाव से कार्तिक माह में सावन सी झड़ी देखने को मिल रही है। ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है। मानसून बीते हुए एक महीना हो चुका है। प्रदेश से 26 सितम्बर को मानसून विदाई ले चुका है। दिवाली भी बीत चुकी है और सर्दी की शुरूआत हो चुकी है। इस बीच बेमौसम बारिश से वापस रेनकोट निकल गए और छाते भी तन गए। अधिकतम व न्यूनतम तापमान बराबर पहुंच गया।
राजस्थान में बदलते मौसम के बाद IMD ने सुबह 10 बजे अगले 3 घंटे के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए 23 जिलों में चेतावनी जारी की है। जिसमें भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, बारां, कोटा, झालावाड़, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, जयपुर, अजमेर, चित्तौड़गढ़, करौली, सवाईमाधोपुर, राजसमंद, बूंदी टोंक, पाली, डूंगरपुर, सिरोही और नागौर जिले शामिल है। मौसम विभाग ने यहां मेघ गर्जन, 20-40KMPH की स्पीड से तेज हवाएं चलने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है। साथ ही मेघ गर्जन के समय सुरक्षित स्थान पर शरण लेने और पेड़ों के नीचे शरण ना लेने के साथ ही मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करने की अपील की है।
मौसम केंद्र के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना गहरा अवदाब अब तीव्र होकर चक्रवाती तूफान ‘‘मोंथा’’ में बदल गया है। अगले 24 घंटे में इसके और मजबूत होकर आंध्र प्रदेश तट की ओर तीव्र चक्रवाती तूफान के रूप में पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही मध्य-पूर्वी अरब सागर में एक और अवदाब सक्रिय है, जबकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत के ऊपर प्रभावी हो गया है।
इन तीनों प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से राज्य में अगले 48 घंटे तक व्यापक बरसात की स्थिति बनेगी। इसके चलते प्रदेश में 28 अक्टूबर को उदयपुर, कोटा, अजमेर, जोधपुर, जयपुर और भरतपुर संभागों के कई जिलों में गरज-चमक, बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ मध्यम से तेज बारिश की संभावना है। 29 अक्टूबर से बारिश की तीव्रता में कमी आने की संभावना है, हालांकि 29-30 अक्टूबर को हल्की से मध्यम बरसात जारी रह सकती है।