Kota News: कोटा की वन विभाग की टीम ने रावतभाटा में कार्रवाई करते हुए अलग-अलग जगह से 8 तोते बरामद किए। वन विभाग की वन्यजीव शाखा के उपवन संरक्षक अनुराग भटनागर के निर्देश पर कोटा से सहायक वनपाल प्रेम कंवर के नेतृ़त्व में रावतभाटा पहुंची, जहां आरपीएस कॉलोनी से अलग-अलग जगह से आठ तोते बरामद कर रेस्क्यू किया।
Kota News: कोटा की वन विभाग की टीम ने रावतभाटा की आरपीएस कॉलोनी में लोगों के तोते उड़ा दिए। विभाग को सूचना मिली थी कि कॉलोनी में लोगों ने तोते पाल रखे हैं। टीम ने रावतभाटा में कार्रवाई करते हुए अलग अलग जगह से 8 तोते बरामद किए।
वन विभाग की वन्यजीव शाखा के उपवन संरक्षक अनुराग भटनागर के निर्देश पर कोटा से सहायक वनपाल प्रेम कंवर के नेतृ़त्व में रावतभाटा पहुंची, जहां आरपीएस कॉलोनी से अलग-अलग जगह से आठ तोते बरामद कर रेस्क्यू किया। टीम में यशवंत सिंह, अशोक , ओम प्रकाश शामिल रहे। वाइल्ड एनिमल रेस्क्यू संगठन NGO रावतभाटा से मोहम्मद आसिफ, टीपू ,विक्रम ,ताहिर खान ने सहयोग किया ।
डीसीएफ भटनागर ने बताया कि तोता व अन्य वन्यजीवों को जप्त करने के पीछे उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। तोता और कछुए वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के शेड्यूल फर्स्ट और शेड्यूल सैकंड के अंतर्गत संरक्षित है । इनको घरों में बंदी बनाकर रखना वन अपराध की श्रेणी में आता है।
लोग जाने- अनजाने में तोते और कछुआ समेत कुछ जीव को घरों में रखते हैं जिससे उनका शोषण होता है । उनकी वंश वृदि्ध भी रुक जाती है। जंगलों में स्टार कछुए और तोतों की प्रजातियां कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने तोता कछुए या अन्य वन्य जीव घर में रख रखे हैं तो नजदीकी वन विभाग कार्यालय या चिड़ियाघर कोटा में रेस्क्यू सेंटर में छोड़ सकते हैं। वन विभाग की वन्यजीव शाखा ने 30 अगस्त को आरकेपुरम व दादाबाड़ी क्षेत्र से कछुए व तोते रेस्क्यू किए थे।