गूगल ने भारत में अपना नया Google AI Mode लॉन्च किया है जिससे अब यूजर्स गूगल से बिल्कुल दोस्ताना अंदाज में सवाल पूछ सकते हैं। यह फीचर आपकी अपनी भाषा में अब पहले से ज्यादा स्मार्ट, तेज और समझदार जवाब देता है।
Google AI Mode: टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक बड़ा कदम उठाते हुए Google ने भारत में अपना नया AI Mode लॉन्च कर दिया है। अमेरिका के बाद भारत पहला ऐसा देश है जहां यह अत्याधुनिक फीचर शुरू किया गया है। इस नए फीचर के जरिए अब यूजर्स गूगल से दोस्ताना अंदाज में हर सवाल का जवाब प् सकते हैं।
Google का AI Mode एक नई जनरेशन की सर्च टेक्नोलॉजी है जो यूजर के सवालों को समझकर उन्हें विस्तार से अपडेटेड और ज्यादा प्रासंगिक जवाब देने में सक्षम है। यह Google के Gemini 2.5 मॉडल पर आधारित है और खास तौर पर लंबे जटिल और ओपन-एंडेड सवालों के लिए डिजाइन किया गया है।
Google की वाइस प्रेसिडेंट (प्रोडक्ट मैनेजमेंट फॉर सर्च), हेमा बुदराजू ने बताया, “AI Mode को ऐसे डिजाइन किया गया है कि यूजर्स उससे उसी तरह बात कर सकें जैसे वे किसी इंसान से करते हैं।
भारत को अमेरिका के बाद पहला बाजार बनाने के पीछे Google की खास रणनीति है। बुदराजू के अनुसार, “भारत में टेक्नोलॉजी को अपनाने की रफ्तार बेहद तेज है। यहां के यूजर्स Lens, Multimodal Input और AI Overviews जैसे फीचर्स को सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। यही वजह है कि हमने भारत को AI Mode के लिए चुना।”
Google के आंकड़ों के अनुसार, भारत दुनिया में Google Lens का सबसे बड़ा यूजर-बेस है। इससे यह साफ है कि भारतीय यूजर विजुअल और मल्टीमोडल सर्च में माहिर हैं।
AI Mode में एक खास तकनीक का उपयोग किया गया है जिसे Google 'Fan-out technique' कहता है। यह यूजर के सवाल को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर एक साथ कई लेवल्स पर इंटरनेट से जानकारी इकट्ठा करता है।
इससे न सिर्फ बेहतर जवाब मिलता है बल्कि यूजर को एक ही सर्च में गहराई से विश्लेषण, तुलना, गाइड और वैकल्पिक सुझाव भी प्राप्त होते हैं।
उदाहरण के लिए अगर आप पूछते हैं, "20,000 के अंदर सबसे अच्छा फोन कौन सा है जिसमें कैमरा अच्छा हो और गेमिंग भी कर सकें?" तो AI Mode केवल लिस्ट नहीं देगा बल्कि हर मॉडल के फायदे-नुकसान, यूजर रिव्यू और खरीदारी की सलाह भी देगा।
कंटेंट की गुणवत्ता और सिक्योरिटी AI से जुड़े सवालों में एक अहम विषय होता है। हेमा बुदराजू ने बताया कि AI Mode को Google के 20 वर्षों के सर्च क्वालिटी अनुभव और सिक्योरिटी सिस्टम्स के साथ जोड़ा गया है।
उन्होंने कहा, “हम हर फीचर को लॉन्च करने से पहले कठोर परीक्षण करते हैं, जिसमें इंटरनल टेस्टिंग और रेड टीमिंग जैसी विधियाँ शामिल हैं ताकि यह देखा जा सके कि सिस्टम हर प्रकार की स्थिति में सुरक्षित और भरोसेमंद बना रहे।”
क्या होगा वेबसाइट्स और पब्लिशर्स पर असर?
AI Mode को लेकर यह चिंता भी जताई जा रही है कि इससे वेबसाइट ट्रैफिक और पब्लिशर्स की पहुंच पर असर पड़ सकता है। लेकिन Google का दावा है कि यह तकनीक वेब एक्सप्लोरेशन को और गहरा बनाती है।
Google के मुताबिक, AI Mode का 'fan-out' सिस्टम इंटरनेट पर मौजूद अधिक से अधिक स्रोतों से जानकारी खोजता है और यूजर को अलग-अलग दृष्टिकोणों के साथ जोड़ता है। इससे पब्लिशर्स के लिए नए पाठकों तक पहुंचने का अवसर भी बढ़ता है।
AI Mode, Google सर्च को एक साधारण टूल से आगे बढ़ाकर इंटेलिजेंट असिस्टेंट में बदल रहा है। अब यूजर छोटे सवालों के बजाय गहरे layered और जटिल प्रश्न पूछ रहे हैं।