UPI पेमेंट करते समय ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचें! सुरक्षित डिजिटल लेनदेन के लिए जरूरी UPI सेफ्टी टिप्स जानें और अपने पैसे को साइबर फ्रॉड से सुरक्षित रखें।
UPI Safety Tips: डिजिटल ट्रांजैक्शन के बढ़ते इस्तेमाल के साथ ही ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। स्मार्टफोन पर यूपीआई ऐप्स (Google Pay, PhonePe, Paytm) के जरिए लोग सुविधाजनक तरीके से पेमेंट कर रहे हैं, लेकिन साइबर अपराधी इसी का फायदा उठाकर लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं।
यूपीआई ने अपने ऑफिशियल हैंडल पर सेफ्टी टिप्स साझा किए हैं, जो आपकी ऑनलाइन पेमेंट को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन जरूरी सावधानियों के बारे में ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की अप्रत्याशित धोखाधड़ी से बचा जा सके।
यूपीआई के मुताबिक, किसी को भी पेमेंट करने से पहले उसकी यूपीआई आईडी और नाम की पुष्टि करना बेहद जरूरी है। गलत जानकारी होने पर आपका पैसा गलत अकाउंट में जा सकता है।
अगर आपके भेजे हुए पैसे रिसीवर को नहीं मिले, तो पहले उसकी यूपीआई आईडी दोबारा चेक करें और सुनिश्चित करें कि भुगतान सही अकाउंट में हुआ है।
यूपीआई पिन गोपनीय जानकारी होती है, जिसे किसी के साथ साझा नहीं करना चाहिए। हमेशा ध्यान रखें कि पिन सिर्फ आधिकारिक यूपीआई ऐप के पेज पर ही दर्ज करें।
धोखेबाज कई बार आपको स्क्रीन शेयर करने या लिंक पर क्लिक करने को कह सकते हैं, जिससे वे आपकी निजी जानकारी चुरा सकते हैं।
सेफ्टी टिप
नियमित रूप से अपना यूपीआई पिन बदलें।
मजबूत और सुरक्षित पिन चुनें।
किसी भी अजनबी को अपना पिन न बताएं।
अगर कोई आपसे कहे कि वह आपको पैसे भेज रहा है और इसके लिए आपको यूपीआई पिन दर्ज करना होगा, तो समझ लें कि यह एक ठगी का प्रयास है।
यूपीआई पिन की जरूरत सिर्फ पेमेंट करने के समय पड़ती है, पैसे प्राप्त करने के लिए नहीं। अगर कोई इस तरह की मांग करता है, तो सतर्क रहें और उसे नजरअंदाज करें।
यूपीआई का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए लिंक, ईमेल, एसएमएस या ऐप्स को डाउनलोड न करें।
अगर आप ऐसे किसी लिंक पर क्लिक करते हैं, तो धोखेबाज आपके फोन तक पहुंच सकते हैं और आपकी निजी जानकारी चुरा सकते हैं।
ऑनलाइन फ्रॉड के कई मामलों में क्यूआर कोड का दुरुपयोग किया जाता है।
केवल भुगतान करने के लिए क्यूआर कोड स्कैन करें।
अगर कोई कहता है कि क्यूआर कोड स्कैन करने से आपको पैसे मिलेंगे, तो यह एक ठगी हो सकती है।
ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए सतर्कता और सावधानी सबसे जरूरी है। यूपीआई ट्रांजैक्शन करते समय रिसीवर की पुष्टि करें, पिन सुरक्षित रखें और अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।अगर किसी संदिग्ध गतिविधि का सामना करें, तो तुरंत अपनी बैंक हेल्पलाइन या साइबर सेल में शिकायत करें।