Air Purifying Plants: लोग प्रदूषण, एलर्जी और वायरस से बचाव के लिए इतना खर्च कर रहे हैं। सोचिए, क्या हो जब आप घर में 5 ऐसे पौधे लगाकर ही प्राकृतिक एयर प्यूरीफायर का काम कर सकते हैं, जो कृत्रिम एयर प्यूरीफायर से काफी हद तक सुरक्षित भी हैं।
Air Purifying Plants: 2025 में भारत में एयर प्यूरीफायर पर खर्च बढ़कर 1,070 करोड़ हो गया है। इसमें पिछले साल की तुलना में 30.8% की बढ़ोतरी हुई है। सोचने का विषय यह है कि आखिर क्यों भारत में लोग प्रदूषण, एलर्जी और वायरस से बचाव के लिए इतना खर्च कर रहे हैं। सोचिए, क्या हो जब आप घर में 5 ऐसे पौधे लगाकर ही प्राकृतिक एयर प्यूरीफायर का काम कर सकते हैं, जो कृत्रिम एयर प्यूरीफायर से काफी हद तक सुरक्षित भी हैं।आइए जानते हैं 5 ऐसे पौधों के बारे में, जो आपकी सेहत का तो ध्यान रखेंगे ही, साथ ही आपके आसपास के वातावरण में ऑक्सीजन का लेवल भी ठीक रखेंगे।
इस पौधे को ‘मदर-इन-लॉज टंग’ के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि यह ऐसा पौधा है, जो रात में भी ऑक्सीजन देता है। इस पौधे को बेडरूम में रखना सबसे सही माना जाता है। यह कार्बन डाइऑक्साइड को ऑक्सीजन में बदलने का काम करता है। इस पौधे की सबसे खास बात यह है कि यह कम धूप और कम रोशनी में लंबे समय तक रह सकता है। इसे ऐसी जगह पर रखें, जहां सीधी धूप नहीं आती हो। यह पौधा सुंदर लगने के साथ प्राकृतिक एयर प्यूरीफायर का काम भी करता है।
एलोवेरा का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में बालों और त्वचा के लिए उसका प्रयोग आता है। एलोवेरा के कई उपयोग हैं। यह पौधा औषधीय गुणों के हिसाब से भी उपयोगी है। स्नेक प्लांट की तरह यह भी रात में ऑक्सीजन छोड़ता है। एलोवेरा की पत्तियों के जेल से त्वचा की समस्याएं काफी हद तक ठीक होती हैं। इसे भी ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती। ज्यादा पानी देने पर यह पौधा गलन के कारण नष्ट हो सकता है। एलोवेरा के पौधे को हल्की धूप में रखना चाहिए।
तुलसी के पौधे को भारतीय संस्कृति में मां के बराबर माना गया है, उसे चुनरी ओढ़ाकर रखा जाता है। इसका औषधीय और स्वास्थ्यवर्धक महत्व भी है। यह पौधा दिन और रात दोनों समय ऑक्सीजन छोड़ता है। तुलसी के पौधे में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इन गुणों के कारण इसका वैज्ञानिक महत्व अधिक है। तुलसी के पौधे के समीप रहने से नकारात्मक ऊर्जा में कमी आती है। तुलसी को हमेशा ऐसे स्थान पर रखना चाहिए, जहां 4–5 घंटे सीधी धूप आती हो।
मनी प्लांट को वास्तु के अनुसार शुभ माना जाता है, लेकिन यह पौधा हवा को शुद्ध करने का भी काम करता है। मनी प्लांट पर्यावरण से कार्बन डाइऑक्साइड लेकर ऑक्सीजन छोड़ने का कार्य करता है। घर में इस पौधे की उपस्थिति आर्थिक और मानसिक संतुलन बनाए रखती है। इसकी खासियत यह भी है कि इसे मिट्टी और पानी दोनों में उगाया जा सकता है। मनी प्लांट को ऐसी जगह पर रखना चाहिए, जहां हल्की धूप आती हो।
रबर प्लांट से भी ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है। रबर प्लांट हवा से टॉक्सिन्स कम करने के लिए एक बेहतर विकल्प है। इसकी पत्तियों की मोटाई अधिक होती है, जिससे कार्बन मोनोऑक्साइड का अवशोषण अधिक होता है। इससे अंदर का पर्यावरण साफ और स्वच्छ रहता है। इस पौधे से घर की नमी भी संतुलित रहती है। रबर प्लांट को अप्रत्यक्ष धूप वाले क्षेत्र में रखना चाहिए। सीधी धूप से इसकी पत्तियां जल सकती हैं। इसे सप्ताह में दो बार पानी देना चाहिए और पत्तियों को भी साफ करते रहना चाहिए।